किसान ने अपने खेत में लगाई फांसी ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, चकाजाम

किसान ने अपने खेत में लगाई फांसी ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, चकाजाम

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-12 08:33 GMT
किसान ने अपने खेत में लगाई फांसी ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, चकाजाम

परिजनों ने कहा- रूपलाल पर था कर्ज, फसल की सिंचाई नहीं हो पाने से भी निराश था
मृतक की पत्नी ने बिजली कंपनी पर कनेक्शन काटने का आरोप लगाया
डिजिटल डेस्क दमोह ।
जिले के तेंदूखेड़ा क्षेत्र के ग्राम बैलबड़ा में एक किसान ने खुदकुशी कर ली। शुक्रवार सुबह उसका शव उसके खेत में ही लगे पेड़ पर झूलता हुआ मिला। घटना के सामने आते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। भारी संख्या में ग्रामीण तेंदूखेड़ा पहुंच गए और अस्पताल के समीप सडक़ पर शव रखकर चकाजाम व प्रदर्शन शुरू कर दिया। 
प्रदर्शनकर्ता ग्रामीणों का आरोप है कि किसान के खेत का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। इससे व्यथित होकर व कर्ज से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। परिवार को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए। पुलिस के अनुसार बैलबड़ा निवासी हल्के पटेल के बड़े पुत्र रूपलाल अहिरवार (40)  के पास करीब ढाई एकड़ जमीन है। रूपलाल के छोटे भाई तुलसीराम अहिरवार ने बताया कि रूपलाल ने गांव में ही 14 से 15 एकड़ जमीन सिकमी लेकर धान की फसल बोई थी, जिसमें उपज कम हुई थी। लागत भी नहीं निकल पाने से वह निराश था और उसने साहूकार व बैंक से कर्ज लेकर फिर से रबी सीजन में 18 एकड़ में गेहूं की फसल बोई थी। बोवनी के बाद फसल में लगातार सिंचाई का काम किया जा रहा था, लेकिन बिजली नहीं मिलने की वजह से सिंचाई रुकी हुई थी। रूपलाल गुरुवार की शाम खेत जाना कहकर घर से निकला था। पत्नी माया बाई व छोटे भाई तुलसीराम के अनुसार रूपलाल ने करीब 11 क्विंटल गेहूं खेत में बीज के रूप में इस्तेमाल किए थे। फसल उग आई थी। इसी बीच करीब 8 दिन पहले बिजली कंपनी ने उसके खेत का कनेक्शन काट दिया। आरोप था कि रूपलाल का कनेक्शन वैध नहीं हैं। 
जुर्माना बतौर 12 हजार रुपए जमा किए थे
कनेक्शन काटे जाने के एक दिन पहले ही उसने जुर्माना बतौर 12 हजार रुपए जमा किए थे और टीसी कनेक्शन के लिए भी ऑफिस गया था। कनेक्शन कटने के बाद खेत में सिंचाई का कार्य ठप हो गया। फसल सूखने की चिंता में रूपलाल तनाव ग्रस्त हो गया था। संभवत: इसीलिए उसने यह आत्मघाती कदम उठाया। तुलसीराम के अनुसार फसल की बोवनी व अन्य देनदारियों को मिलाकर रूपलाल पर करीब 3 लाख का कर्ज चुकाने का भी दवाब था। तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी नीतू खटीक के अनुसार मामले में मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया गया है। 
 किसान की मौत की खबर की सूचना पर तेंदूखेड़ा थाने से पुलिस दल पहुंचा और रूपलाल के शव को पीएम के लिए लाया गया। इसी दौरान दोपहर करीब 2 बजे भारी संख्या में किसान व गांव के लोग एकत्रित हो गए और मुख्य मार्ग पर मृतक का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकर्ताओं की मांग थी कि बिजली कंपनी के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और परिवार को मुआवजा दिया जाए। असंतोष इसीलिए भी और बढ़ गया कि मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। थाना प्रभारी नीतू खटीक की समझाइश व उचित आश्वासन के बाद करीब ढाई बजे किसान शांत हुए।  
नहीं पहुंचे अधिकारी  
एसडीएम तेंदूखेड़ा भारती मिश्रा का कहना है कि शनिवार को परिवार के लोगों से बात करेंगे। दुख का माहौल होने के कारण परिजनों से चर्चा नहीं की गई है। समस्या सुनने नायब तहसीलदार को भेजा था, लेकिन इसके पहले ही सब शांत हो गया। इस मामले में उच्चाधिकारियों का मार्गदर्शन लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। 
एसडीएम को सौंपी जांच
कलेक्टर तरुण राठी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। इसका दायित्व एसडीएम भारती मिश्रा को सौंपा गया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। 
वैध नहीं था कनेक्शन: एसई 
विद्युत वितरण कंपनी के एसई विष्णुदत्त पांडे का कहना है कि रूपलाल के खेत में लिया गया कनेक्शन वैध नहीं था। उसने चोरी-छिपे लाइन खींची थी, इसलिए कनेक्शन काटा गया। पता चला है कि वह टीसी कनेक्शन के लिए भी आया था, लेकिन उसकी ओर से कोई आवेदन नहीं दिया गया है।
 

Tags:    

Similar News