बुरहानपुर: किसान भाई अधिक पैदावार के लिये लगाये गेहूं की नई किस्म पूसा तेजस एच.आई. 8759

बुरहानपुर: किसान भाई अधिक पैदावार के लिये लगाये गेहूं की नई किस्म पूसा तेजस एच.आई. 8759

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-05 10:46 GMT
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डिजिटल डेस्क, बुरहानपुर। बुरहानपुर किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने जानकारी देते हुए बताया कि गेहूँ की बुआई सामान्यतः 15-25 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर की जाती है। गेहूँ की अधिक पैदावार के लिये दलिया वाली किस्म के रूप में पूसा तेजस है, इस किस्म की पहचान पास्ता, सूजी, दलिया बनाने के रूप में की गई है, इस किस्म में प्रोटीन, जिंक एवं आयरन अच्छा होता है। पूसा तेजस किस्म 115 से 125 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म के पौधे में कल्लो की संख्या 8-12 होती है। पूसा तेजस किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद इन्दौर संस्थान द्वारा विकसित की गई है। इसकी उपज अधिकतम 55 से 65 क्विंटल प्रति हैक्टर तक प्राप्त हई है। सिंचाई की व्यवस्था में 3 से 5 सिंचाई आवश्यक होती है। जिस खेत में दीमक का प्रकोप हो उस खेत में गेहूँ के बीज को कीटनाशक दवा क्लोरोपायरीफास 20 ई.सी. 400 मि.ली. 5 लीटर पानी में घोलकर प्रति क्विंटल बीज के हिसाब से बीजोपचार करने के बाद कार्बोक्सिन एवं थायरम फफूंद नाशक 2.5 से 3 ग्राम प्रति किलो बीज के साथ मिलाकर बीजोपचार करें और इसके बाद एजेक्टोबेक्टर 5 से 10 ग्राम व पी.एस.बी. कल्चर 10 से 15 ग्राम प्रति किलो गेहूँ बीज के साथ मिलाकर बीजोपचार करने से फसलोत्पादन में 10-20 प्रतिशत तक का लाभ होता है।

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