ग्राम सभा में किसान ने की सुसाइड की कोशिश, पंचायत में तोडफ़ोड़
छिंदवाड़ा ग्राम सभा में किसान ने की सुसाइड की कोशिश, पंचायत में तोडफ़ोड़
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। कपिलधारा योजना की राशि न मिलने से नाराज किसान ने गुरुवार को हुई ग्राम सभा में सुसाइड की कोशिश की। अधिकारियों की मौजूदगी में हुए इस घटनाक्रम के बाद पंचायत में हडक़ंप मच गया। घटना से गुस्साएं ग्रामीणों ने पंचायत में तोडफ़ोड़ शुरु कर दी। हालात बिगड़ते देख ग्राम सभा में पहुंचे अधिकारी ग्राम सभा से बाहर हो गए। बाद में हालात इतने बिगड़ गए कि अधिकारियों को ग्राम सभा स्थगित करनी पड़ी। ये घटनाक्रम गुरुवार को सौंसर विकासखंड से 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत देवी में घटित हुआ। इस मामले को लेकर अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार अंबेडकर जयंती पर गुरुवार को सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। देवी ग्राम में ग्राम सभा के दौरान 50 वर्षीय ग्रामीण सुभाष बडवाईक ने कीटनाशक पीने की कोशिश की। हंगामा मचाते हुए किसान ने कहा कि खेत का कुआ धंस गया है, लेकिन पंचायत सचिव व रोजगार सहायक योजना की राशि स्वीकृत नहीं करा रहे हैं। कीटनाशक पीने की कोशिश के दौरान किसान के समीप खड़े स्थानीय युवक ने बॉटल छुड़ाकर बाहर फेंक दी। बुजुर्ग किसान द्वारा ग्राम सभा में किए गए इस घटनाक्रम से स्थानीय ग्रामीण बिफर गए। उन्होंने पंचायत में तोडफ़ोड़ शुरु कर दी। इस दौरान नोडल अधिकारी के रुप में ग्राम सभा में मौजूद योगेश भलावी ने कोरम का अभाव बताकर सभा को स्थगित कर दिया। दूसरी तरफ ग्रामसभा में एक हितग्राही द्वारा आत्महत्या करने के प्रयास के मामले में जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। घटना की सूचना पर मात्र 100 डायल वाहन ही पहुंच पाया है। इस संबंध में सौंसर एसडीएम श्रेयस कुमट का कहना है कि ग्रामसभा में हुई घटना की जानकारी मिली है। इसकी जांच की जाएगी। पंचायत से जुड़े कर्मचारी दोषी पाएं जाते है तो जिला स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला-
कपिल धारा योजना के तहत कुंआ स्वीकृत होने पर सुभाष ने जनवरी 2021 में खुदाई शुरु की। सुभाष के अनुसार कुएं की लागत दो लाख से अधिक है। सुभाष ने जो बताया उसके अनुसार अब तक उसे 54 हजार की राशि स्वीकृत हुई, इसमें से 10-10 हजार पंचायत सचिव व रोजगार सहायक को देनी पड़ी है। इधर पंचायत के रोजगार सहायक प्रमोद सोमकुंवर बताते है कि हितग्राही को अब तक 91 हजार की राशि दी है। इसमें 30 हजार मटेरियल के व 61 हजार मनरेगा के तहत मजदूरी के दिए है।