दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, संज्ञान ले मानवाधिकार आयोग

एडिटर्स गिल्ड नाराज दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, संज्ञान ले मानवाधिकार आयोग

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-08 16:02 GMT
दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, संज्ञान ले मानवाधिकार आयोग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने मध्यप्रदेश के सीधी में पत्रकार उत्पीड़न मामले पर चिंता जताते हुए संबंधित पत्रकार को तत्काल रिहा करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रेस क्लब ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया है। यहां जारी बयान में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और इंडियन वूमेन प्रेस कॉर्प ने सीधी में पत्रकारों को अर्धनग्न कर सजा देने की कड़ी निंदा की और इसे अक्षम्य अपराध बताया है। मानवाधिकार आयोग से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह करते हुए कहा गया है कि आयोग देश में पत्रकार उत्पीड़न की अन्य घटनाओं पर भी गौर करे। क्लब ने गिरफ्तार पत्रकारों को तुरंत रिहा करने और उन्हें हुई मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न के लिए मुआवजा देने की मांग भी की है।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने सीधी में एक पत्रकार समेत 10 लोगों को अर्धनग्न करने की घटना को अमानवीय कृत्य बताया है। गिल्ड ने ओडिशा के बालासोर में एक पत्रकार को परेशान करने पर भी नाराजगी जताई है। संस्था ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय से अपील की है कि वह कानून प्रवर्त्तन एजेंसियों को प्रेस की आजादी का सम्मान करने का निर्देश दे और पत्रकारों, आम नागरिकों का उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराए। दरअसल  शांति भंग की आशंका पर 2 अप्रैल को सीधी की पुलिस ने एक पत्रकार समेत 10 आरोपी युवकों को न केवल अर्धनग्न किया बल्कि उनका फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद पत्रकार बिरादरी गुस्से में है।

 

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