ईडी की कोर्ट में दलील- भुजबल को जमानत मिली तो 800 करोड़ रूपए कैसे होंगे वसूल

ईडी की कोर्ट में दलील- भुजबल को जमानत मिली तो 800 करोड़ रूपए कैसे होंगे वसूल

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-07 14:12 GMT
ईडी की कोर्ट में दलील- भुजबल को जमानत मिली तो 800 करोड़ रूपए कैसे होंगे वसूल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र सदन घोटाले और मनी लांडरिंग के आरोप में गिरफ्तार राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल को यदि जमानत दी जाती है, तो इससे घोटाले से जुड़ी आठ सौ करोड़ रुपए से अधिक की वसूली करने में दिक्कत आएगी। इसलिए भुजबल को जमानत देना उचित नहीं होगा। गुरुवार को मुंबई की विशेष अदालत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता हितेन वेणेगांवकर ने इस तरह से भुजबल की जमानत का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अब तक डेढ सौ करोड रुपए से अधिक की संपत्ति ही हमने जब्त की है। बाकी संपत्ति की तलाश अभी जारी है। यदि भुजबल को जमानत दी जाती है, तो हमे घोटाले से जुड़ी राशि का पता लगाने में परेशानी होगी। 

जमानत आवेदन पर सुनवाई
जस्टिस एस आजमी के सामने भुजबल के जमानत आवेदन पर सुनवाई चल रही है। यह सुनवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगी।  हालांकि भुजबल ने अपने जमानत आवेदन में दावा किया है कि अब इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है। अब उनकी हिरासत की जरुरत नहीं है। उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। इसलिए उन्हें जमानत प्रदान की जाए। भुजबल ने अपने जमानत आवेदन में पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट की ओर से मनी लांडरिंग की धारा 45 को असंवैधानिक ठहराए जाने को भी आधार बनाया है। गौरतलब है कि भुजबल को पिछले साल ईडी ने मनी लांडरिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 

सदन समेत कई परियोजनाओं में घोटाले का आरोप
इससे पहले मनी लॉन्डरिंग के आरोप में जेल में बंद वरिष्ठ राकांपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल को तब झटका लगा, जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने भुजबल और उनके करीबियों की 20 करोड़ 41 लाख रुपए की और संपत्ति जब्त कर ली। ED अब तक भुजबल परिवार की 178 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है। ईडी अधिकारी ने मंगलवार को की गई इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रिवेंसन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के मुताबिक जब्ती की कार्रवाई की गई है। भुजबल पर PWD मंत्री रहते महाराष्ट्र सदन समेत कई परियोजनाओं में घोटाले का आरोप है। आरोप है कि भुजबल परिवार ने घूस के जरिए मिली करोड़ों की संपत्ति फर्जी कंपनियों के सहारे विदेश भेजे। प्रवर्तन निदेशालय ने इसी मामले में पिछले साल FIR दर्ज कर कई दौर की पूछताछ के बाद मार्च महीने में उन्हें गिरफ्तार किया था। इस मामले में उनके भतीजे समीर भुजबल और बेटे पंकज भुजबल भी आरोपी हैं।

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