भूकंप! फिर कांपा थांवड़ी गांव... दिन भर में चार बार कंपन, बर्तन-भांडे हिले, ग्रामीणों में दहशत
छिंदवाड़ा भूकंप! फिर कांपा थांवड़ी गांव... दिन भर में चार बार कंपन, बर्तन-भांडे हिले, ग्रामीणों में दहशत
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। अमरवाड़ा की जुंगावाड़ा ग्राम पंचायत का थांवड़ीखुर्द गांव मंगलवार को फिर कांपा। यहां सुबह सात बजे से अपराह्न ३.५९ बजे तक चार बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। कंपन ऐसा कि घरों में दरवाजे खिडक़ी और बर्तन-भांडे हिल गए। तेज आवाज के साथ हुई भू-गर्भीय हलचल से ग्रामीण दहशत में आ गए। कंपन के दौरान घरों से निकलकर बाहर आ गए। पिछले चार दिनों में यह दूसरा मौका है जब थांवड़ी खुर्द गांव में भकंप के झटके महसूस किए गए हैं। ३० जुलाई की रात १०.४५ बजे से हर एक मिनट बाद करीब ११ झटके महसूस किए गए थे। नींद से उठकर ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए थे।
थांवड़ीखुर्द निवासी भाजपा के ग्रामीण मंडल उपाध्यक्ष हरिओम डेहरिया के मुताबिक मंगलवार सुबह पहला झटका सुबह ७ बजे लगा। इसके बाद दूसरा ११.३० बजे आया। यह झटका इतना जोरदार था कि घरों में दरवाजे व खिडक़ी समेत बर्तन-भांडे हिल गए। हालांकि कोई क्षति सामने नहीं आई। दोपहर २.२० बजे तीसरा और अपराह्न ३.५९ बजे चौथी बार कंपन महसूस किया गया।
दो किमी दूर दूसरे गांव में भी सुनी गई आवाज:
थांवड़ीखुर्द के अलावा मंगलवार हुए कंपन की आवाज दूसरे गांवों में भी सुनाई दी। दो किमी दूर बसे चारगांव और इतनी ही दूरी पर बसे पंचायत मुख्यालय जुंगावाड़ा में भी विस्फोट के दौरान आने वाली आवाज की तरह की गूंज सुनाई दी। हालांकि इन गांवों में कंपन महसूस नहीं किया गया। भू-गर्भीय हलचल से थांवड़ीखुर्द सहित आसपास के ग्रामीण भी चिंता में हैं।
ग्रामीणों का कहना- धरती क्यों कांप रही इसकी जांच हो:
ग्रामीण हरिओम डेहरिया, अबसार मंसूरी, बुधमान उइके, सुहागा उइके, नसरीन बानो और पंच दशरथ भलावी का कहना है कि दूसरी बार गांव में कंपन की स्थिति बनी है। पहली बार ३० जुलाई की रात को नायब तहसीलदार और टीआई मौके पर पहुंचे थे। अगले दिन पटवारी ने पंचनामा बनाया। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार कंपन की जांच होनी चाहिए।
इनका कहना है...
मंगलवार को भी थांवड़ीखुर्द गांव में कंपन की जानकारी नहीं मिली है। यदि ऐसा है तो जानकारी लेकर वरिष्ठ अधिकारियेां को अवगत कराएंगे। ताकि आगे कदम उठाया जा सके।