चार लाख २५ हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ाए जनपद पंचायत सीईओ और ड्राइवर
छिंदवाड़ा चार लाख २५ हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ाए जनपद पंचायत सीईओ और ड्राइवर
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा । लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने शुक्रवार को जनपद पंचायत जुन्नारदेव के सीईओ सुरेंद्र कुमार साहू और उनके ड्राइवर मिथुन पवार को 4 लाख रुपए की राशि नकद लेते हुए धर दबोचा। यह राशि कुकरपानी के सचिव सरवन लाल के पुत्र रोहन यदुवंशी ने पंचायत के 6 कार्यों की तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने हेतु सीईओ साहू के कहने पर उनके ड्राइवर मिथुन पवार को दी थी। जनपद सीईओ साहू कार्यों की स्वीकृति के लिए राशि की मांग कर रहे थे। रोहन ने जबलपुर लोकायुक्त को इसकी शिकायत की थी।
शिकायतकर्ता रोहन यदुवंशी ने बताया कि उसके पिता सरवन लाल यदुवंशी कुकरपानी में ग्राम पंचायत सचिव हैं। सरवन लाल शारीरिक रूप से कमजोर होने के साथ अधिकांश दिनों बीमार रहते हैं। वह शासकीय कामकाज में उनकी मदद करता है। ग्राम पंचायत के मेड़ बंधान, तालाब निर्माण जैसे 6 कार्यो की तकनीकी स्वीकृति की फाइल जनपद पंचायत सीईओ के पास लंबित थी। सीईओ ने स्वीकृति के लिए सवा चार लाख रुपए की मांग की। इसकी शिकायत रोहन ने लोकायुक्त में की थी। इस कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े, निरीक्षक स्वप्निल दास, भूपेन्द्र दीवान, जुबैद खान, अमित मंडल, अमित, राकेश ने भाग लिया।
पेपर में लपेट कर दिए नोट
शिकायतकर्ता रोहन ने बताया कि लोकायुक्त टीम ने उसे 5 सौ और दो हजार के नोट की गड्डियों में सवा चार लाख रुपए दिए। सीईओ से चर्चा के अनुसार रोहन ने राशि पेपर में लपेट कर सीईओ के ड्राइवर मिथुन पवार को दी। ड्राइवर मिथुन जैसे ही यह राशि सीईओ सुरेंद्र साहू को देने जनपद पहुंचा तो लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर दोनों को पकड़ा।
७४ दिन बाद दूसरी कार्रवाई
लोकायुक्त टीम ने ७४ दिन पहले ३१ जनवरी को अस्पताल में पदस्थ तात्कालिक बीएमओ आरआर सिंग को १० हजार रुपए रिश्वत लेते पकड़ा था। सिंग ने अस्पताल में लगे वाहनों के बिल सत्यापित करने के लिए १५ हजार रुपए की मांग की थी। जब शिकायतकर्ता ने उन्हें १० हजार रुपए थमाए, इसी लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया था। इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक गलियारों में रिश्वतखोरों में थोड़े दिन तक दहशत रही। लगभग ढाई माह बाद रिश्वत की इतनी बड़ी रकम लेते सीईओ के पकड़े जाने से एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों में हडक़ंप मच गया है।
इनका कहना है
शिकायतकर्ता रोहन यदुवंशी से सीईओ सुरेंद्र कुमार साहू ने पंचायत के 6 कार्यो की तकनीकी की स्वीकृति देने के लिए सवा चार लाख रुपए की मांग की थी। शुक्रवार को शिकायतकर्ता ने यह राशि सीईओ के ड्राइवर को दी। तब लोकायुक्त ने यह राशि ड्राइवर से बरामद की। लोकायुक्त ने दोनों पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया है।
-दिलीप झरबड़े, डीएसपी लोकायुक्त जबलपुर