जिलाधिकारी ने कहा - निकली मिट्टी अपने खेत में डालें, जलसंग्रहण पुनरुज्जीवन करें किसान
वाशिम जिलाधिकारी ने कहा - निकली मिट्टी अपने खेत में डालें, जलसंग्रहण पुनरुज्जीवन करें किसान
डिजिटल डेस्क, वाशिम। जिले का औसतन मानसून कम है और जिले में बड़े सिंचाई प्रकल्प भी नहीं है, इस कारण जिले का सिंचाई क्षेत्र कम है । जिले का पिछड़ापन पहचानकर केंद्र सरकार के निति आयोग ने जिले का समावेश आकांक्षित जिलों में किया है । जिले के 10 हेक्टेयर क्षेत्र के भीतर स्थित बांध और तालाबों का गहराईकरण कर इन तालाबों से निकलनेवाली मिट्टी किसान अपने खेतों मंे डालकर कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए आगे आए । साथही जलसंग्रहण पुनरुज्जीवन करने के लिए पहल करने का आव्हान जिलाधिकारी शन्मुगराजन एस. ने किसानों से किया ।
बुधवार 4 मई को जिलाधिकारी शन्मुगराजन एस. ने रिसोड़ तहसील के ग्राम रिठद के समीप लगभग 4 हेक्टेयर क्षेत्र में बने मुर्डेश्वर पाझर तालाब और नए प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के समीपस्थ 1 हेक्टेयर क्षमतावाले पाझर तालाब का निरीक्षण किया । इस अवसर पर निवासी उपजिलाधिकारी शैलेश हिंगे, जिला परिषद के जलसंधारण विभाग के कार्यकारी अभियंता लक्ष्मण मापारी, रिठद के सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष बोरकर, पंचायत समिति सदस्य गजानन आरु, ग्रामपंचायत सदस्य उतमराव आरु, बालाजी बोरकर, गणेश आरु, जमील खां पठान, पूर्व सरपंच बलिराम बोरकर, ज्ञानबा बोरकर, नारायण आरु, रामेश्वर आरु समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे ।
जिले में भारतीय जैन संगठन के माध्यम से तालाबों से मिट्टी निकालने का काम किया जाता है । जिले के किसानों को अपने गांव परिसर में स्थित 10 हेक्टेयर तक के बांध / तालाबों के गहराईकरण के लिए आगे आना चाहिए । तलाबों से निकलनेवाली मिट्टी यदि किसान अपने खेतों मंे ड़ालते है तो खेति की सुपीकता बढ़ने के साथही फसल उत्पादन क्षमता बढ़ने में मदद होंगी । इन तालाब / बांधों से मिट्टी निकाले जाने से जलसंचय का पुनरुज्जीवन होने मंे भी मदद होंगी । तालाब परिसर के किसानों को कुछ माह सिंचाई के लिए जल उपलब्ध होंगा तो भुगर्भ का जलस्तर भी बढ़ने में मदद मिलने की बात जिलाधिकारी शन्मुगराजन ने उपस्थित किसानों से चर्चा करते हुए कही । किसानों से जनसहभाग से तालाबों से मिट्टी निकालकर अपने खेतों मंे ड़ालने के लिए कहते हुए ऐसा करने से फसलों की उत्पादन क्षमता निश्चित रुप से बढ़ने की बात भी उन्होंने कही । रिठद के नए प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के समीपस्थ तालाब से मिट्टी निकालने के कार्य की शुरुआत हुई है और लगभग 30 ट्रैक्टर के माध्यम से किसान अपने खेतों में यह मिट्टी ड़ालने का काम कर रहे है ।