सुदामा चरित्र का वर्णन सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु
पवई सुदामा चरित्र का वर्णन सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु
डिजिटल डेस्क पवई .। हथकुरी ग्राम के माँ हिंगलाज धाम में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में सोमवार को कथा व्यास पंडित तुलसीदास त्रिपाठी शास्त्री जी ने सुदामा चरित्र सहित अन्य प्रसंगों का बडा ही सुन्दर वर्णन सुनाया। शास्त्री जी ने कहा कि सुदामा संसार में सबसे अनोखे भक्त रहे हैं। वह जीवन में जितने गरीब नजर आए उतने वे मन से धनवान थे। उन्होंने अपने सुख व दुखों को भगवान की इच्छा पर सौंप दिया था। श्रीकृष्ण और सुदामा के मिलन का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि जब सुदामा भगवान श्रीकृष्ण ने मिलने आए तो उन्होंने सुदामा के फटे कपड़े नहीं देखे बल्कि मित्र की भावनाओं को देखा। मनुष्य को अपना कर्म नहीं भूलना चाहिए। अगर सच्चा मित्र है तो श्रीकृष्ण और सुदामा की तरह होना चाहिए। जीवन में मनुष्य को श्रीकृष्ण की तरह अपनी मित्रता निभानी चाहिए। कथा श्रोता हरिहर प्रसाद गर्ग एवं श्रीमती गुलाब रानी गर्ग द्वारा श्रृद्धालुओं से कार्यक्रम में पहुंचकर धर्म लाभ उठाने का आग्रह किया गया है।