ग्राम अडोली में स्थाई रूप से पटवारी देने को लेकर किसानों की मांग
वाशिम ग्राम अडोली में स्थाई रूप से पटवारी देने को लेकर किसानों की मांग
डिजिटल डेस्क, वाशिम। समीपस्थ ग्राम अडोली की आबादी 5 हज़ार के लगभग है और यहां के अनेक किसान खेती करते हैं। लेकिन ग्राम में अनेक वर्षों से स्थाई स्वरुप में पटवारी न होने से किसानों को अनेक संकटाें का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण किसानों ने उपविभागीय अधिकारी वाशिम और तहसीलदार वाशिम को ज्ञापन सौंपकर ग्राम में स्थाई स्वरुप में पटवारी देने की मांग की है। ज्ञापन में अवगत कराया गया कि इन दिनों बरसात का मौसम शुरु होने से किसानों को अनेक कार्यों से पटवारी के पास जाना पड़ता है। इन कार्यों में मूसलाधार बारिश के कारण फसलों का नुकसान होने से फसल नुकसान भरपाई, बच्चों की शिक्षा के लिए लगनेवाले दाखले, फसल बीमा व अन्य कार्यों का समावेश है। लेकिन ग्राम में पटवारी न होने से किसानों को काफी परेशानी सहनी पड़ रही है। पिछले 8-10 दिनों से ग्राम अडोली के किसानों को विविध कार्यों के लिए वाशिम में पटवारी के पास आना पड़ रहा है। लेकिन यहां पर पटवारी न मिलने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है।
किसानों का पटवारी से संपर्क नहीं होता। इतना ही नहीं, तो बच्चों की शिक्षा के लिए लगनेवाले दाखले न मिलने से बच्चों का भी नुकसान हो रहा है। इन सभी बातों को देखते हुए ग्राम अडोली में स्थाई स्वरुप में पटवारी देने की मांग अडोली के किसानों ने उपविभागीय अधिकारी और तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में की। ज्ञापन पर ग्राम की सरपंच सविता ज्ञानेश्वर इढोले, राजकुमार पडघान, प्रमोद इढोले, शरद खंडारे, शिध्दोधन चतुर, सतीश खंडारे, मधुकर पडघान, राधाकिसन खंडारे, भागवत इढोले, संजय खंडारे, प्रल्हाद खंडारे, कैलास पडघान, जे. के. पट्टेबहादुर, आनंद पडघान, बबन ज्ञानबा, सुखदेव पडघान के हस्ताक्षर हैं।