डीन की हिदायत भी बेअसर... लंच पर गए डॉक्टर ओपीडी में वापस ही नहीं लौटे
छिंदवाड़ा डीन की हिदायत भी बेअसर... लंच पर गए डॉक्टर ओपीडी में वापस ही नहीं लौटे
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। चिकित्सा शिक्षा कमिश्नर और कलेक्टर के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज डीन डॉ.जीबी रामटेके पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर चिकित्सकों को ओपीडी टाइमिंग पर आने और मरीजों को बेहतर इलाज देने हिदायत दे रहे है। डीन की फटकार और हिदायत के बावजूद डॉक्टर अपनी मनमानी पर अड़े है। शुक्रवार सुबह अधिकारियों की टीम ने सभी डॉक्टरों को ओपीडी टाइमिंग में अपने-अपने कक्ष में रहकर मरीजों को इलाज देने हिदायत दी। इसके बाद भी दोपहर १ बजे लंच पर निकले डॉक्टर वापस ही नहीं लौटे। दोपहर के बाद ओपीडी स्थित सभी डॉक्टर रूम खाली थे। डॉक्टर का इंतजार कर थक चुके मरीजों को बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा।
७० किमी का सफर तय कर अस्पताल पहुंचे, नहीं मिले डॉक्टर...
जिला मुख्यालय से लगभग ७० किलोमीटर दूर नवेगांव के ग्राम देवलडई से बीमार २१ वर्षीय मंगीलाल धुर्वे दोपहर लगभग तीन बजे जिला अस्पताल पहुंचा था। मंगीलाल की हालत यह थी कि उसे चला भी नहीं जा रहा था। जीजा प्रताप उसे व्हील चेयर पर लेकर ओपीडी में भटकता रहा, लेकिन एक भी डॉक्टर नहीं मिले। डॉक्टर न मिलने से उसे इलाज नहीं मिल सका। ऐसे ही कई मरीज इलाज के लिए परेशान होते देखे गए।
सुबह ९ से शाम ४ बजे तक है ओपीडी टाइमिंग-
जिला अस्पताल की ओपीडी टाइमिंग सुबह ९ से शाम ४ बजे तक है। इस बीच दोपहर १.३० बजे लंच टाइमिंग है। लेकिन डॉक्टर लंच पर जाने के बाद वापस कभी नहीं लौटते। मेडिकल के डॉक्टर का कहना है कि उनकी ओपीडी टाइमिंग दोपहर दो बजे तक है, किंतु वे भी दोपहर १२.३० बजे अस्पताल छोड़ देते है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल दोनों संस्थाओं के डॉक्टरों को हिदायत दी गई है कि वे ओपीडी टाइमिंग पर आए। इसके बाद भी डॉक्टर यदि मनमानी करते है तो कमिश्नर के संज्ञान में लाकर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।