टुकड़ों में मिली लाश: लेन-देन व चरित्र संदेह पर की हत्या

पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे टुकड़ों में मिली लाश: लेन-देन व चरित्र संदेह पर की हत्या

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-10 18:02 GMT
टुकड़ों में मिली लाश: लेन-देन व चरित्र संदेह पर की हत्या

डिजिटल डेस्क जबलपुर। संजीवनी नगर थाना क्षेत्र स्थित 90 क्वार्टर के पास रविवार को 16 फरवरी से लापता जसूजा सिटी फेज-1 में रहने वाले 45 वर्षीय अनुपम शर्मा की नाले से टुकड़ों में बँटी बोरा बंद लाश बरामद की गई थी। इस मामले में पकड़े गए आरोपी रामप्रकाश पुनिया ने कबूल किया कि टाल संचालक विनोद उर्फ टोनी वर्मा से मृतक का लाखों का लेन-देन का विवाद था। टोनी को उसके चरित्र पर भी संदेह था इसी के चलते उसने हत्या की योजना बनाई थी। घटना दिनांक 16 फरवरी को हिसाब-किताब करने के बहाने टोनी ने गंगासागर स्थित एसके टाल के पास स्थित अपने गोदाम में बुलाकर रस्सी से गला घोंटकर अनुपम की हत्या की फिर लकड़ी काटने वाली मशीन के हैंड कटर से शव के टुकड़े कर पॉलीथिन में लपेटा और उसे बोरे में भरकर नाले में फेंक दिया था। बोरा नाले में उतराता देख टोनी अपने साथी रामप्रकाश को लेकर पुन: वहाँ पहुँचा और बोरे में लोहे के टुकड़े बाँधे दिए जिससे बोरा नाले में डूब गया। हत्याकांड का खुलासा एक पत्रवार्ता में एसपी तुषार कांत विद्यार्थी ने किया। इस दौरान एएसपी क्राइम समर वर्मा, संजय अग्रवाल, सीएसपी सुश्री प्रतिष्ठा राठौर, चौकी प्रभारी सतीश झारिया व पूरी टीम मौजूद थी। एसपी ने टीम के सदस्यों को 5 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
अध्यात्म मार्ग पर जाने मौन धारण किया
आरोपी ने बताया कि अनुपम की हत्या के बाद 16 फरवरी से ही मृतक के मोबाइल से उसके पिता को मैसेज भेजा गया, जिसमें लिखा था कि वह अपनी गलतियों को सुधारने के लिए अध्यात्म के रास्ते पर चलने के िलए आश्रम जा रहा है। वहाँ मौन वृत रखने से वह आगे संपर्क नहीं रख पाएगा। उसके बाद 25 फरवरी को मृतक के मोबाइल से इसी तरह का अंतिम मैसेज नासिक से उसके पिता के मोबाइल पर भेजा गया था।
टोनी ने किया मृतक की खोज का नाटक
वारदात के बाद मुख्य आरोपी विनोद उर्फ टोनी वर्मा लगातार मृतक के परिजनों व पुलिस के संपर्क में रहकर मृतक की खोज करने का नाटक करता रहा। जाँच में इस बात का खुलासा हुआ कि मृतक ने टोनी के माध्यम से लोगों को लाखों रुपए उधार दिए थे, जिसकी वसूली के लिए वह दबाव बना रहा था। मृतक टोनी की अनुपस्थिति में उसके घर आता-जाता था, इस पर उसे अनुपम के चरित्र को लेकर संदेह था। पूछताछ में यह बात सामने आई कि टोनी ने अपने करीबियों से कहा था कि अनुपम ने दगाबाजी की है और उसे मरवाना है।
टोनी का किराएदार था रामप्रकाश
जाँच में इस बात का खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी टोनी का किराएदार रामप्रकाश पुनिया, कोई निश्चित आय का साधन न होने से किराया नहीं दे पा रहा था। वह उधार ली गई रकम भी वापस नहीं लौटा पा रहा था। इसका फायदा उठाते हुए टोनी ने रामप्रकाश को अनुपम की हत्या करने के लिए राजी किया था। वारदात के बाद आरोपी रामप्रकाश ने मृतक के कपड़े पहने और उसकी स्कूटर लेकर मेडिकल कॉलेज तक गया। वहाँ से ऑटो में बैठकर तिलवारा पहुँचा था। आरोपी रामप्रकाश टीवी कलाकार भी है और उसने कुछ सीरियलों में छोटे-मोटे रोल भी किए हैं। साक्ष्यों व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी रामप्रकाश पुनिया को राजस्थान से पकड़ा था।
मुख्य आरोपी ने 1 मार्च को की आत्महत्या
गुमशुदगी के मामले में जाँच का दायरा बढ़ाए जाने व टोनी व रामप्रकाश पर संदेह गहराने पर टोनी को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद टोनी ने 1 मार्च को अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी। उसने मृत्यु पूर्व लिखे सुसाइड नोट पर लिखा था कि उसने बहुत बड़ी गलती कर दी है। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए कुछ लोगों की प्रताडऩा के चलते आत्महत्या करने की बात भी लिखी गई थी।

            


 

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