भुजलिया जुलूस में दलेर खालसा गतका गु्रप ने दिखाए हैरत अंगेज करतब, जमाया रंग
छिंदवाड़ा भुजलिया जुलूस में दलेर खालसा गतका गु्रप ने दिखाए हैरत अंगेज करतब, जमाया रंग
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नगर शक्तिपीठ श्री बड़ी माता मंदिर एवं श्री राम मंदिर में महासंत चौबे बाबा के पूजन उपरांत कौमी एकता का प्रतीक भुजलिया उत्सव जुलूस दोपहर लगभग २.१५ बजे प्रारंभ हुआ। श्री बड़ी माता मंदिर में जिले के सांसद नकुलनाथ, महापौर विक्रम अहके, पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष विवेक बंटी साहू, विश्वनाथ ओक्टे, अमित सक्सेना सहित बड़ी संख्या में समिति से जुड़े पदाधिकारी व युवा मौजूद रहे। जुलूस का मुख्य आकर्षण पंजाब के लुधियाना से आए दलेर खालसा गतका गु्रप के कलाकार रहे। जिन्होंने गतका के विभिन्न हैरत अंगेज करतबों का प्रदर्शन कर शहरवासियों की जमकर वाहवाही व तालियां बटोरी। लगभग पांच घंटे में शहर के मुख्य मार्गो से होकर जुलूस शाम ६.३० बजे भुजलिया मैदान पहुंचा। यहां पर भी दलेर खालसा गतका के कलाकारों ने अपने हुनर का प्रदर्शन कर दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर दिया।
घोड़ों पर सवार होकर निकले आल्हा-ऊदल
स्थानीय छोटीबाजार श्रीराम मंदिर परिसर से शुक्रवार को ऐतिहासिक भुजलिया जुलूस निकाला गया। जुलूस में डीजे की धुन पर थिरकते युवाओं के साथ घोड़ों पर सवार होकर निकली आल्हा-ऊदल की सेनाएं। वहीं रथ पर राजकुमारी चंद्रावली आकर्षण का केन्द्र रही। भुजलिया मैदान पर महोबा का युद्ध दोहराया गया। इसके उपरांत राजकुमारी चंद्रावली से वीर ऊदल द्वारा रक्षा सूत्र बंधवाया गया।
कौमी एकता मंच से किया स्वागत
भुजलिया जुलूस का आजाद चौक पर कौमी एकता मंच ने भव्य स्वागत किया। मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र में हर वर्ष कौमी एकता मंच द्वारा जुलूस का स्वगत किया जाता है। इसके बाद जुलूस के साथ मुस्लिम युवा भी शामिल होकर मैदान पर पहुंचते हंै। भुजलिया विसर्जन उपरांत एकदूसरे को गले लगाकर कौमी एकता के पर्व की शुभकामनाएं दी गई है।
इनका हुआ सम्मान
सार्वजनिक भुजलिया उत्सव समिति द्वारा श्री बड़ी माता व्यायाम शाला, महावीर व्यायाम शाला, साक्षी ठाकुर, आल्हा गायक तथा सभी व्यवस्था बनाने वाले पुलिस अधिकारियों, नगर निगम अधिकारियों, यातायात प्रभारी तथा अन्य टीम का सम्मान किया गया।
इनकी रही मौजूदगी
भुजलिया उत्सव समिति के राजू चरणागर, कस्तूरचंद जैन, सतीश दुबे लाला, अरविन्द राजपूत, धर्मेन्द्र मिगलानी, समिति अध्यक्ष ट्विंक्ल चरणागर, समिति सचिव कुशल शुक्ला मौजूद रहे। मंच का संचालन तरूण जैन द्वारा किया गया।
प्रेम व भाईचारे का प्रतीक
जिले के सांसद नकुल नाथ ने भुजलिया महोत्सव को आपसी प्रेम, भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बताते हुए सभी को शुभकामनाएं दी। भुजलिया पर्व छिंदवाड़ा की गंगा जमुनी संस्कृति का श्रेष्ठ उदाहरण बताया।
कौमी एकता की मिसाल
महापौर विक्रम अहके ने कहा कि जिले का भुजलिया उत्सव ऐतिहासिक तौर पर सही मायने में कौमी एकता की मिसाल है। आज सिक्ख भाइयों ने जहां प्रस्तुति दी, वहीं मुस्लिम भाइयों ने अभिनंदन किया। यहीं हमारी संस्कृति है।
हमारी सांस्कृतिक विरासत है उत्सव
पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह भारत उत्सवों का देश है, जिसके चलते यहां लोग डिपरेशन में नहीं जाते हैं। भुजलिया उत्सव पुराने विवादों को भूलकर नई शुरूआती करने का अवसर देता है। भुजलिया उत्सव हमारी सांस्कृतिक विरासत है।
गले मिलकर बांटे खुशियां
जिला भाजपा अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने कहा कि भुजलिया उत्सव जिले की पहचान बन गया है। यहां आल्हा ऊदल की सेनाओं के साथ युद्ध को दोहराना अलग परम्परा है। इस पर्व को कौमी एकता के साथ गले मिलकर पुरानी बातों को छोड़ खुशियां बांटनी चाहिए। इस साल हम आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा फहराने का भी संकल्प लें।