जिले में फसल बर्बाद- तुमसर तहसील में टमाटर की फसल चौपट

भंडारा जिले में फसल बर्बाद- तुमसर तहसील में टमाटर की फसल चौपट

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-21 13:20 GMT
जिले में फसल बर्बाद- तुमसर तहसील में टमाटर की फसल चौपट

डिजिटल डेस्क, तुमसर (भंडारा) .बेमौसम बारिश से तुमसर तहसील के 96 हेक्टेयर खेत की टमाटर फसल का बड़ा नुकसान हुआ है। इस नुकसानग्रस्त क्षेत्र का जायजा लेने के लिए सोमवार, 20 मार्च को भंडारा जिले के जिलाधिकारी योगेश कुंभेजकर तुमसर तहसील पहुंचे। इस समय कृषि विभाग ने नुकसानग्रस्त क्षेत्र की नजर अंदाज प्राथमिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जल्द ही पंचनामा करके किसानों को नुकसान का मुआवजा देने का आश्वासन जिलाधिकारी ने दिया। बारिश के कारण तुमसर तहसील के सोरणा, जांब, लंजेरा, लोहारा ऐसे 10 गांवों के 96 हेक्टेयर खेत की टमाटर फसल ओले गिरने से बर्बाद हो गई। इसमें कुल 194 किसानों का नुकसान हुआ।

गोंदिया : बेमौसम बारिश से 80 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें प्रभावित 

उधर गोंदिया कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 मार्च को हुई ओलावृष्टि एवं बारिश से अर्जुनी मोरगांव तहसील में 30 गांवों के 132 किसानों की 79 हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों काे नुकसान हुआ है। जबकि सड़क अर्जुनी तहसील के 2 गांवों के 10 किसानों की 1 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हुई। जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी हिंदुराव चव्हाण ने बताया कि यह प्रारंभिक अनुमान है। जो शासन को रिपोर्ट किया गया है। प्रत्यक्ष पंचनामे किए जाने के बाद सही स्थिति सामने आएगी। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पंचनामे के कार्य प्रभावित होने की बात भी उन्होंने कहीं। अन्य तहसीलों में फसलों को किसी प्रकार का नुकसान न होने की जानकारी भी उन्होंने दी।  गोंदिया जिले में 20 मार्च को सुबह के समय कुछ देर मौसम बदरीला रहा एवं 11 बजे के बाद से आसमान में धूप खिल गई। दिनभर शहर सहित किसी भी स्थान से बारिश होने की जानकारी नहीं मिली है। हालांकि 19 मार्च को हुई बारिश के बाद तापमान में आई गिरावट से मौसम में ठंडक बनी रही। जबकि मौसम विज्ञान विभाग ने 20 एवं 21 मार्च को भी गोंदिया जिले में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी तथा हल्की बारिश होने तथा एक-दो स्थानों पर बिजली गिरने की संभावना जताई गयी थी। 22 एवं 23 मार्च को मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

भंडारा : नुकसान का पंचनामा करने में जुटा प्रशासन
 

भंडारा जिले में रविवार को हुई बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं की फसलें जमीन पर लेट गई। साथ ही ओलावृष्टि से सब्जी की फसलों का भी नुकसान हुआ। जिलाधिकारी योगेश कुंभेजकर समेत अन्य अधिकारियों ने जिले के अलग-अलग स्थानों पर खेतों में जाकर जायजा लिया। साथ ही राजस्व विभाग ने पंचनामें करना शुरू कर दिया है। इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग ने मंगलवार, 21 मार्च तक जिले में यलो अलर्ट जारी किया।  शासन के आदेश पर प्रशासन ने पंचनामें करने शुरू कर दिए हैं। जिलाधिकारी, उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार खेतों में भंेट देकर नुकसान का जायजा ले रहे हंै।

लाखांदुर में गाज गिरने से किसान की मृत्यु

लाखांदुर (भंडारा)  ग्रीष्मकालीन धान फसल लगाने के लिए ठेके पर ली गई खेत जमीन में रोपाई के लिए कीचड़ करने का कार्य रहे किसान पर गाज गिरने उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह घटना रविवार को तहसील के खैरणा खेत परिसर में हुई। लेकिन घटना रात्रि लगभग 9.00 बजे के करीब तब प्रकाश में आयी तब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। मृतक का नाम दोनाड ग्राम निवासी बाबूराव रामचंद्र मेश्राम (45) है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के किसान ने खैरणा के गोपाला मेंढे इस किसान की डेढ़ एकड़ खेती ग्रीष्मकालीन धान फसल लगाने के लिए ठेके पर ली है। ग्रीष्मकालीन धान लगाने के पूर्व कीचड़ करने के लिए पानी उपलब्ध करने बाबूराव मेश्राम शाम के दौरान खेत पर गया था। घटना के दिन शाम को अचानक मेघ गर्जना शुरू होेकर किसान पर गाज गिरकर उसकी जगह पर मृत्यु हो गई। काफी देर तक जब बाबूराव मेश्राम खेत से नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। तीन घंटे बाद खेत परिसर में पहुंचने पर संबंधितों को वह मृत अवस्था में दिखाई दिया। नागरिकों ने घटना की जानकारी लाखांदुर पुलिस को दी। जानकारी के आधार पर लाखांदुर के थानेदार रमाकांत कोकाटे के मार्गदर्शन में कुछ पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना का लाखांदुर पुलिस ने पंजीयन कर आगे की जांच शुरू की है। 

 

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