भ्रष्टाचार उजागर करना पड़ा भारी, कांस्टेबल ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति

भ्रष्टाचार उजागर करना पड़ा भारी, कांस्टेबल ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-03 08:11 GMT
भ्रष्टाचार उजागर करना पड़ा भारी, कांस्टेबल ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु की अनुमति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ट्रैफिक पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पुलिस कांस्टेबल सुनील टोके ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की अनुमति दिए जाने की मांग की है। टोके ने पत्र में कहा है कि मैंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत संकल्प के तहत ट्रैफिक पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया था लेकिन अब इसकी सजा मुझे व मेरे परिवार को भुगतनी पड़ रही है। इसलिए मुझे व मेरी पत्नी को इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।

पत्र में टोके ने कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के चलते पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारी उसे मानसिक रुप प्रताड़ित कर रहे है, उसे वेतन से वंचित करने का षडयंत्र रचा जा रहा है। टोके ने कहा है कि मैं शुगर,हृदय व किडनी रोग से ग्रसित हूं। वेतन न मिलने से मुझे दवा कराने में काफी दिक्कत आएगी। फिलहाल मैं सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज करा रहा हूं। मेरे इलाज में भी अडंगा लगाया जा रहा है। इसलिए मुझे मेरी पत्नी के साथ इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। गौरतलब है कि टोके ने बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर ट्रैफिक पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया था।  
 

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