साइकिल से आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंच जातें हैं दमोह के कलेक्टर साहब
साइकिल से आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंच जातें हैं दमोह के कलेक्टर साहब
डिजिटल डेस्क, दमोह। सेहत के साथ साथ शासकीय कार्य हो जाएं और उससे आम जनमानस को राहत मिले इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। कुछ ऐसा ही क्रम प्रतिदिन दमोह कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा किया जाता है। वह सुबह 6:00 बजे प्रतिदिन ही साइकिल से घर से निकलते हैं और उनके पीछे बाइक से ड्राइवर व गन मेन होता है या फिर कुछ दूरी पर कार चलती है, लेकिन वह साइकिल से ही बंगले से निकल कर यह मन में तय कर लेते हैं कि उन्हें कहां जाना है और वह कहीं ना कहीं निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं।
26 किलोमीटर दूर पथरिया भी साइकिल से पहुंचे
रविवार को कलेक्टर श्री सिंह साइकिल से ही दमोह से 26 किलोमीटर दूर तहसील मुख्यालय पथरिया पहुंच गए और उन्होंने वहां जाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। साइकिल से कलेक्टर को पहुंचते देख लोगों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग में व्यवस्थाएं होने लगी।
बचपन से है साइकिल चलाने का शौक
इस संबंध में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह का कहना है कि साइकिल चलाने का शौक उन्हें बचपन से ही रहा है। इसे सेहत से भी जोड़ा जा सकता है यही कारण है कि आज भी वह साइकिल चलाने के क्रम को नहीं छोड़ पा रहे हैं और प्रतिदिन ही साइकिलिंग करते हैं। इस दौरान चाहे ग्रंथथालय का निरीक्षण हो कचोरा बाजार का कहीं ना कहीं वह साइकिल से पहुंचकर इस क्रम को लगातार ही बढ़ा रहे।
सभी जगह रहा यही क्रम
सिंह ने ग्वालियर हो धार हो या रायपुर सभी जगह पर साइकिल से सुबह जरूर सफर करते हैं। साइकिल से सफर करने के बारे में उन्होंने कहा कि इससे सेहत तो ठीक रहती है उसके साथ साथ समस्याओं से भी रूबरू होने में आसानी रहती है और लोग अपनी समस्याओं को भी आसानी से बताते हैं। जब वह साइकिल से पथरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो वहां की अनेक समस्याओं से उपस्थित लोगों ने उन्हें रूबरू कराया। सफाई व्यवस्था ना होने डॉक्टर के अभाव के कारण मरीजों का भी समुचित इलाज नहीं हो पाता है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने अन्य समस्याओं से भी रूबरू कराया इसके उपरांत श्री सिंह कार से दमोह के लिए रवाना हुए।