भूमिगत कोयला खदान का मुहाना धंसा, 50 साल पहले बंद हो चुकी है त्रिवेदी खदान
भूमिगत कोयला खदान का मुहाना धंसा, 50 साल पहले बंद हो चुकी है त्रिवेदी खदान
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा/परासिया। ब्लॉक मुख्यालय परासिया से लगभग 5 किमी दूर स्थित बड़कुही नगर के त्रिवेदी बस्ती क्षेत्र में शनिवार शाम को अचानक जमीन धंसने से बड़ा गड्ढा हो गया। लगभग 50 साल पहले बंद हो चुकी निजी कोयला खदान का मुहाना टूटने से ऐसी स्थिति बनी है। खदान का मुहाना धंसने की घटनाएं पहले भी हो चुकी है, जिससे लोगों में दहशत व्याप्त है। वहीं वेकोलि प्रबंधन ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। नगर प्रशासन के सहयोग से त्वरित व्यवस्था बनाने घटना स्थल के आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र बनाते हुए घेराबंदी की।
1970 तक हुआ खनन
बड़कुही त्रिवेदी बस्ती में निजी कोयला खदान से लगभग 30 साल कोयला खनन हुआ है। उसके बाद 60 के दशक के अंतिम वर्षों में इस खदान से उत्पादन बंद कर कुआं आकार वाला मुहाना को ढंककर सील कर दिया गया। विगत 5 दशक से यहां कोई गतिविधि अथवा घटना नहीं होने से अधिकांश लोग इस खदान को भूल गए। शनिवार शाम को अचानक खदान का मुहाना धंसने से लोग आशंकित हुए और जिज्ञासावश वहां पहुंचकर स्थिति को जानने समझने का प्रयास करते रहे।
वेकोलि प्रबंधन और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया
मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीकांत गुप्ता ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर वेकोलि प्रबंधन और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। घटनास्थल के करीब कोई न पहुंचे, इसके लिए कर्मचारियों को देखरेख करने तैनात किया गया। वहीं वेकोलि के न्यूटन चिखली उपक्षेत्रीय प्रबंधक हंसराज बावरिया कहते हैं कि कोयला खदान के राष्ट्रीयकरण के पूर्व ही त्रिवेदी खदान बंद हो चुकी थी, उसका कोई रिकार्ड वेकोलि के पास नहीं है। खदान से गैस रिसाव की स्थिति की जांच करवाई गई है, अब उसके मुहाने को बंद किया जाएगा।
416 करोड़ में बनेंगी 61 नई सड़के
लंबे समय बाद लोक निर्माण विभाग को एक साथ 61 नई सड़कों के निर्माण का मौका मिल रहा है। राज्य सरकार ने जिले की इन 61 सड़कों के लिए अपने बजट में प्रावधान भी कर लिया है। करीब 338 किलोमीटर लंबी इन सड़कों के लिए 416 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। बजट में प्रावधान के बाद अब सड़कों के प्राक्कलन की स्वीकृति का इंतजार है। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया और फिर निर्माण कार्य शुरू होगा। बताया जा रहा है कि विभाग ने सातों विधानसभा क्षेत्र के लिए करीब 100 सड़कों का प्रस्ताव भेजा था। जिसमें अभी 61 सड़कों के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। वहीं पुरानी सड़कों के लिए फंड की कमी बनी हुई है।