हरियाणा में दमोह की बच्ची से हुई दरिंदगी पर मुख्यमंत्री ने एडीजी के नेतृत्व में जांच दल भेजा - दी चार लाख रू. की सहायता
हरियाणा में दमोह की बच्ची से हुई दरिंदगी पर मुख्यमंत्री ने एडीजी के नेतृत्व में जांच दल भेजा - दी चार लाख रू. की सहायता
डिजिटल डेस्क दमोह भोपाल । हरियाणा के झज्जर शहर में दमोह की पांच वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंगदी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निंदनीय बताया। उन्होंने इस दरिंदगी को हृदय विदारक और निंदनीय बताया। चौहान ने मंगलवार को सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बात की। पीडि़त परिवार की हर संभव मदद करने के लिए कहा। घटना में लिप्त अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए खट्टर से आग्रह किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने चौहान को आश्वस्त किया कि अपराधी को सख्त सजा दी जायेगी। प्रभावित परिवार मप्र के दमोह जिले का रहने वाला है, जो हरियाणा में निवास कर रहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के निर्देश पर इस घटना की जांच के लिए मप्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडीजी अनंत कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल बना दिया। पुलिस दल को तत्काल झज्जर जाने के निर्देश दिए गए हैं। यह दल घटना की जांच करेगा। दल रवाना हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पीडि़त परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने परिवार के मुखिया से भी बात की है। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने तात्कालिक सहायता के तौर पर प्रभावित परिवार को चार लाख रुपये की राशि मंजूर की है। कैबिनेट बैठक के पहले मंत्रियों को इस घटना और प्रभावित परिवार को दी जा रही सहायता की जानकारी दी और कहा कि परिवार की हर संभव सहायता की जाएगी।