छिंदवाड़ा: कोरोना के खिलाफ जनता ने लगाया कर्फ्यू बाजार बंद रहा
छिंदवाड़ा: कोरोना के खिलाफ जनता ने लगाया कर्फ्यू बाजार बंद रहा
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। रविवार को सड़कों पर पसरा सन्नाटा लॉकडाउन की यादें ताजा कर गया। 22 मार्च 2020 को कोरोना के वायरस से जंग शुरूआत करते हुए जनता कफ्र्यू लगाया गया था। इस दिन लोगों ने अपने घरों में रहकर थाली और ताली बजाकर जनता कफ्र्यू का समर्थन किया था। जनता कफ्र्यू के ठीक एक साल बाद 21 मार्च 2021 को एक बार फिर लोगों ने घरों में रहकर स्वैच्छिक बंद का समर्थन कर कोरोना से चल रही लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
कोरोना के संक्रमण का खतरा आज भी टला नहीं है। जिले में कोरोना के वायरस की दूसरी लहर ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के नागपुर व अन्य शहरों की तरह जिले में कोरोना न बढ़े इसके लिए प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू की गई है। प्रशासन के आग्रह पर पूरे जिले के व्यापारियों ने रविवार को अपने प्रतिष्ठान पूर्णत: बंद रखे। वहीं दूसरी ओर कोरोना के कहर का दंश झेल चुकी जनता ने भी इसका खुलकर समर्थन किया है। लोगों का भी मान रहे है कि समय रहते कोरोना के वायरस पर काबू नहीं पाया गया तो जिले में विकराल स्थिति बन सकती है।
कोरोना के कहर में गुजरा साल...
पहली बार महामारी में लगा कफ्र्यू...
जनता कफ्र्यू... 22 मार्च 2020
लॉकडाउन... वन 24 मार्च से 14 अप्रैल 2020 (21 दिन)
लॉकडाउन... टू 15 अप्रैल से 3 मई 2020 (13 दिन)
लॉकडाउन... थ्री 4 मई से 17 मई 2020 (14 दिन)
लॉकडाउन... फोर 18 मई से 31 मई 2020 (14 दिन)
लॉकडाउन... फाइव को अनलॉक वन नाम दिया गया
1 जून से 30 जून 2020 तक रात 9 से सुबह 5 बजे तक कफ्र्यू
अनलॉक... टू 1 जुलाई 2020 से 15 जुलाई 2020 तक।
अनलॉक... थ्री 31 अगस्त 2020 तक लागू रहा
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- कोरोना से मौतें- सरकारी आंकड़े में 51 मौत
- अब तक 218 संक्रमित व संदिग्धों की हो चुकी अंतेष्टि
- कोरोना संक्रमित- 3 हजार 016
- स्वस्थ होकर घर लौटे- 2 हजार 735
- अब तक की जांच- 96 हजार 079
- बाहरी राज्यों से आए 57 हजार 121 लोगों की स्क्रीनिंग
218 लोगों ने गंवाई जान, सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 51 की मौत...
- कोरोना वायरस की चपेट में आए छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर और मंडला के 218 लोगों ने इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। हालांकि सरकारी आंकड़ों में सिर्फ 51 मरीज ऐसे थे जिनकी कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई है। अन्य मृतकों को कोरोना संदिग्ध मानकर प्रोटोकॉल का पालन कर नगर निगम की टीम से अंतिम संस्कार कराया गया है।