छतरपुर: कलेक्टर ने चौपाल लगाकर सुनी ग्रामीणजनों की समस्याएं
छतरपुर: कलेक्टर ने चौपाल लगाकर सुनी ग्रामीणजनों की समस्याएं
डिजिटल डेस्क, छतरपुर। छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने आज छतरपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत महेवा एवं सलैया में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के तत्काल निराकरण के निर्देश भी दिए। उन्होंने बिजली से संबंधित समस्याएं, खाद्यान्न पात्रता पर्ची, कृषि से संबंधित समस्याएं, स्कूल आदि विषयों पर ग्रामवासियों से चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा बताई गई समस्याओं का निरारण न होने पर वे संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही भी करेंगे। चौपाल में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मौजूद आवारा पशुओं द्वारा किसानों की फसलें खराब करने का डर आए दिन बना रहता है। इस पर कलेक्टर द्वारा पीओ मनरेगा को निर्देश दिए गए कि मनरेगा योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत महेवा एवं सलैया में गौ-शाला निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इससे न केवल आवारा पशुओं की समस्या से निजात मिलेगी एवं गांव में रोजगार भी उपलब्ध कराया जा सकेगा। उन्होंने गौ-शाला के संचालन हेतु ग्रामवासियों को समिति बनाने का सुझाव भी दिया। कलेक्टर श्री सिंह ने रोजगार सहायक एवं सचिव को सख्त निर्देश दिए कि पात्र हितग्राहियों का नाम खाद्यान्न पात्रता पर्ची में जोड़ा जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वासन दिया कि वे आगे आने वाले समय में भी इसी तरह चौपाल के माध्यम से उनकी समस्याओं का निराकरण करते रहेंगे। महिला हितग्राही को वापस मिले 6 हजार रूपए कलेक्टर को चौपाल के दौरान महिला हितग्राही सगुन कर्न ने बताया कि पीसीओ बृजेन्द्र खरे ने आवास योजना में पूर्व से निर्मित मकान अंतरण के एवज में 6 हजार रूपए लिए थे, जबकि महिला के नाम पर पूर्व से इंदिरा आवास स्वीकृत था। इस पर कलेक्टर ने तत्काल जपं सीईओ मजहर अली से महिला को 6 हजार रूपए की राशि वापस दिलवाई। महिला हितग्राही के परित्यक्ता होने पर कलेक्टर ने हितग्राही महिला के लिए उसके ससुर के खेत पर कपिलधारा कूप का निर्माण कराने के निर्देश दिए। चौपाल में उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं की जानकारी भी दी गई। इस दौरान एसडीएम प्रियांशी भंवर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।