इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोपियों पर रासुका का प्रकरण तैयार
इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोपियों पर रासुका का प्रकरण तैयार
देहात और कोतवाली पुलिस ने की कार्रवाई
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोरोना संक्रमित के लिए कारगर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते देहात पुलिस ने 29 अप्रैल को एक युवक को गिरफ्तार किया था। इसके पूर्व कोतवाली पुलिस ने 18 अप्रैल को जिला अस्पताल के तीन वार्ड को रेमडेसिविर बेचते पकड़ा था। इन चारों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने रासुका का प्रकरण तैयार कर लिया है। प्रकरण पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा गया है। यहां से अगली कार्रवाई के लिए प्रकरण कलेक्टर न्यायालय भेजा जाएगा।
देहात थाना प्रभारी महेन्द्र भगत ने बताया कि 29 अप्रैल को 6 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ाए अमरावती निवासी 24 वर्षीय अजिंक्य पिता प्रफुल्ल ठाकरे को गिरफ्तार किया गया था। अजिंक्य 25 हजार रुपए कीमत में एक इंजेक्शन बेच रहा था। आरोपी के खिलाफ धारा 188, 269, आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7, महामारी अधिनियम की धारा 3, आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 बी, 53 के तहत पहले ही प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। शनिवार को आरोपी अजिंक्य के खिलाफ रासुका का प्रकरण तैयार कर प्रतिवेदन एसपी कार्यालय भेजा गया है। यहां से अगली कार्रवाई के लिए प्रकरण कलेक्टर न्यायालय भेजा जाएगा।
कोतवाली ने भी तैयार किया प्रकरण-
कोतवाली टीआई मनीषराज भदौरिया ने बताया कि बीती 18 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़ाए अस्पताल में प्राइवेट कंपनियों के तीन वार्ड ब्वाय विनय, अंकित पांडे और सत्यम के खिलाफ धारा 379, आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7, 51 जी आपदा प्रबंधन के तहत प्रकरण पहले ही दर्ज किया जा चुका है। अब रासुका का प्रकरण तैयार कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा जा रहा है।