उपराजधानी से सी-20 का आगाज, दुनिया के नक्शे पर चमकेगा शहर

नागपुर उपराजधानी से सी-20 का आगाज, दुनिया के नक्शे पर चमकेगा शहर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-06 14:00 GMT
उपराजधानी से सी-20 का आगाज, दुनिया के नक्शे पर चमकेगा शहर

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विश्व के 20 देशों के आपसी सहयोग के समूह जी-20 की दो दिवसीय बैठक उपराजधानी में प्रस्तावित है। जी-20 से संबद्ध समूहों के रूप में सिविल-20 की बैठक भी प्रस्तावित की गई है। सी-20 की 20 से 23 मार्च तक आयोजित बैठक में सदस्य देशों के बीच नागरी मुद्दों और मानवाधिकार समेत पर्यावरण संवर्धन के मुद्दों पर चर्चा होगी। सी-20 बैठक में 200 से अधिक विदेशी प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं और नागरी समूहों के प्रतिनिधि शामिल होगें। सी-20 बैठक की अध्यक्षता आध्यात्मिक नेता माता अमृतानंदमयी ने स्वीकार की है, जबकि आयोजन की जिम्मेदारी रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी को दी गई है।

अंतिम बैठक जुलाई में

एशिया खंड के देशों में आर्थिक समस्या के निराकरण करने और वैश्विक आर्थिक नीतियों के विस्तार के लिए गठित जी-20 समूह की अध्यक्षता का सम्मान भारत को दिया गया है। राज्य में 6 बैठकों को प्रस्तावित किया गया है, इनमें से उपराजधानी में 21 और 22 मार्च को भी बैठक प्रस्तावित की गई है। जी-20 के अंतर्गत 11 कार्य समूह में शामिल सी-20 की बैठक का 20 से 23 मार्च के बीच उपराजधानी में आयोजन किया गया है। इस कार्यसमूह में जी-20 के स्थायी 20 देशों के अलावा 9 अभ्यागत देशों के भी स्वयंसेवी संस्थाओं और नागरी समूह के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में चर्चा के पश्चात निर्धारित मुद्दों को जी-20 की भविष्यकालीन योजनाओं में शामिल करने के लिए अनुशंसा की जाएगी। सी-20 की अंतिम बैठक जुलाई में प्रस्तावित है।

14 विषयों पर होगी चर्चा

सी-20 आर्थिक-सामाजिक पहलू के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण सुरक्षा, तकनीकी ज्ञान और सेवा प्रसार को लेकर चर्चा करेगा। सी-20 बैठक के दो चरण योजना निर्धारण और विचार साझा के 40 सत्र की अनुशंसा को जुलाई माह में समाप्त किया जाएगा। सी-20 की चर्चा अनुशंसा को भविष्य की योजनाओं के निर्धारण के लिए जी-20 समूह को सौंपा जाएंगा। सी-20 चर्चा में प्रमुख रूप से 14 विषयाें पर चर्चा की जाएगी, इनमें प्रमुख रूप से एकीकृत स्वास्थ्य एवं पर्यावरण, स्थायी पर्यावरण संवर्धन, शिक्षा और तकनीकी विकास, तकनीकी सुरक्षा और पारदर्शिता, पारंपारिक परंपरा, संस्कृति संवर्धान, मानवीय अधिकार की मानवीय मूल्य में स्थापना,नदी संवर्धन और जल व्यवस्थापन, वसुधैव कुटंुबकम शामिल है। अलग-अलग सत्रों में नोबल पुरस्कार प्राप्त कैलाश सत्यार्थी, जी-20 शेरपा अमिताभ कांत, संयुक्त राष्ट्र के भारत में समन्वयक शोंबी शार्प, ब्राजील के एलेसेन्ड्रो नीलो, अर्जेंटीना के गुलेरमिना एलायन्ज और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस शामिल होंगे।

जी-20 अंतर्गत 11 कार्यसमूह

विश्व के 20 देशों के समूह जी-20 में देशों के अंतर्गत व्यापार, आपसी सहयोग और नागरी विकास को साझा करने के लिए लिहाज से अंतर्गत समूहों का भी गठन किया गया है। इनमें 11 अंतर्गत समूहों का समावेश है। बिजनेस-20 (बिजनेस विस्तार और कौशल), सिविल-20 (नागरी मुद्दों पर विमर्श एवं साझा नीति), लेबर-20 (लेबर यानि मजदूर कल्याण नीति और योजना), पार्लियामेंट-20 (पार्लियामेंट यानि संसदीय सहयोग और ज्ञान विस्तार), साइन्स-20 (विज्ञान और तकनीकी ज्ञान का साझा), साई-20 (सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्युशन यानि सर्वाेच्च विश्लेषण संस्थान), स्टार्टअप-20 (सहयोगी देशों के बीच स्टार्टअप के लिए संयुक्त मंच साझा), थिंक-20 (विचारों को साझा करने वाले मंच), अर्बन-20 (स्थायी विकास में शहरों के योगदान), वूमेन-20 (लिंग भेद को दूर कर विकास प्रक्रिया में समान सहयोग), यूथ-20 (जी-20 विकास में युवाओं की सहभागिता बढ़ाने) को जोड़ा गया है। इन कार्यसमूह में 20 सदस्य देशों के साथ ही 9 अभ्यागत देशों बांग्लादेश, इजिप्त, मारिशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमन, सिंगापुर, स्पेन और यूएई के नागरी संगठनों को भी शामिल किया जाता है।

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