कर्जदारों से परेशान किसान ने कीटनाशक पीकर की खुदकुशी

कर्जदारों से परेशान किसान ने कीटनाशक पीकर की खुदकुशी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-15 07:34 GMT
कर्जदारों से परेशान किसान ने कीटनाशक पीकर की खुदकुशी

डिजिटल डेस्क  दमोह। जिले के पथरिया विकासखंड में कर्जदारों से परेशान किसान द्वारा कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है। आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाने के पूर्व किसान ने एक सुसाईड नोट भी लिखा जिसमें उसने उसे कर्ज के पैसों के लिए परेशान कर मारपीट किए जाने की बात लिखी है। इसके साथ ही सुसाईड नोट में कुछ लोगों के नाम भी है जिनके द्वारा मृतक किसान के साथ मारपीट व धमकी देना बताया गया है।
यह है मामला
जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर पथरिया तहसील के पुरा ग्रामपंचायत अंतर्गत भोजपुर ककरा निवासी रामा पुत्र बब्लू पटैल 51 वर्ष ने सोमवार को अपने घर पर कीटनाशक का सेवन कर लिया। किसान को गंभीर अवस्था के चलते पहले पथरिया स्वास्थ्य केंद्र और वहां से जिला अस्पताल रैफर किया गया जहां मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। किसान की मौत के बाद उसके द्वारा लिखा गया एक सुसाईड नोट सामने आया जिसमें उसके द्वारा उसे दमोह के कुछ लोगों के द्वारा उससे कर्ज के रुपए न चुकाए जाने के चलते मारपीट करने और धमकी दिए जाने की बात लिखी है। वहीं मामले में परिजनों का कहना है कि किसान परेशान थे लेकिन घर में कोई भी बात नहीं बता रहे थे, इसी बीच यह हादसा हो गया। आत्महत्या करने वाले किसान रामा किसान संघ का सक्रिया सदस्य था और वह जन अभियान परिषद की स्थानीय इकाई का अध्यक्ष भी था।
फसल खराब होने नहीं चुका पाया कर्ज
बताया जा रहा है कि किसान पिछले दो वर्ष से फसल खराब होने से परेशान था उसके द्वारा बैंक से ट्रेक्टर के लिए कर्ज लिया गया था वहीं स्थानीय और दबंग साहूकारों से भी उसके द्वारा कर्जा लिया गया था। फसल खराब होने के बाद वह इस कर्ज को चुकाने में असमर्थ था और उसके द्वारा इसी के चलते किसानी से खुद को दूर करके दूध वेचने का धंधा शुरु कर लिया था लेकिन कर्जदार उसे लगातार कर्ज बसूली के लिए तंग कर रहे थे जिसके बाद उसने यह कदम उठाया।
यह लिखा है सुसाईड नोट में
मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में उसने दमोह निवासी मुकेश यादव व उसके साथ रहने वाले साबिर खान ने उसे ऑटो से जाते समय किल्लाई नाका पर रोककर  जान से मारने की धमकी उसे दूध देने न आने की बात कही। इसके अलावा कोपरा में भी उनके द्वारा मृतक  को धमकी दिए जाने की बात लिखी गई है। पुलिस ने किसान की मौत के बाद मर्ग दर्ज कर मामला विवेचना में लिया है और जांच के बाद आरोपियों पर कार्यवाही की जाएगी। शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
किसान हुए आक्रोशित
आरोप है कि खेती को लाभ का धंधा नही बना पाने तथा कर्ज लेने के बाद नही चुका पाने वाले रामा पटेल अल्प वर्षा के हालात में सूखा राहत तथा पूर्व में फसल बीमा आदि योजनाओं के लाभ से वंचित रहे। भावांतर के भ्रम में फसे किसान रामा पटेल की मौत के बाद परिजन सदमे में है वहीं किसान संघ भी आक्रोशित है उनकी मौत से किसान संघ के पदाधिकारियों में भी नाराजगी व्याप्त है।  किसान संघ के जिला अध्यक्ष रमेश यादव ने बताया कि रामा पटेल उनके संगठन के सक्रिय सदस्य थे पिछले दिनों कृषि उपज मंडी में कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उन्होंने किसानों की समस्याओं को उजागर किया था। इसके बाद भी किसानों को आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिलने से उनको कर्ज के हालात में आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा जो सही नहीं है।
इनका कहना है
मामला दर्ज कर जांच की जा रही है जो भी बातें जांच में सामने आएगी उसके आधार पर पुलिस द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
विवेक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक दमोह

 

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