इंजीनिरिंग कॉलेजों के लिए नैक एनबीए मूल्यांकन अनिवार्य
इंजीनिरिंग कॉलेजों के लिए नैक एनबीए मूल्यांकन अनिवार्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए एआईसीटीई ने नैक और एनबीए मूल्यांकन कराना अनिवार्य किया है। एआईसीटीई के इस नियम को अब सख्ती से लागू किया जा रहा है। ऐसे में अब शहर के इंजीनियरिंग कॉलेजों ने दोनों संस्थाओं से मूल्यांकन कराना शुरू कर दिया है। शहर के नंदनवन स्थित केडीके कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने पांच अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का एनबीए मूल्यांकन पूरा किया है। कॉलेज को नैक से ए ग्रेड मिला है। राज्य सरकार की ओर से हाल ही में कॉलेज को उत्कृष्ट महाविद्यालय पुरस्कार से नवाजा गया है। शुक्रवार को आयोजित पत्रकार परिषद में कॉलेज सचिव राजेंद्र मुलक ने यह जानकारी दी।
पाठ्यक्रमों को अपडेट करना जरूरी
पत्रकार परिषद में मौजूद प्राचार्य डॉ. डी. पी. सिंह ने कहा कि बदलते दौर मंे साथ तकनीकी पाठ्यक्रमों को भी अपडेट करना जरूरी है। इसके साथ ही फैकल्टी ट्रेनिंग और विद्यार्थियों की सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग से ही विद्यार्थियों को इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप तैयार किया जा सकता है। इसलिए कॉलेज मंे कई उपक्रम शुरू किए गए हैं, जिसकी बदौलत कॉलेज का प्लेसमेंट रेट 70 फीसदी के करीब पहुंचा है। रिलायंस, इंफोसिस, माइक्रोसॉफ्ट और टाटा जैसी कंपनियां भी कैंपस प्लेसमंेट के लिए आ रही हैं। उपप्राचार्य डॉ. ए. एम. बदर ने बताया कि स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कॉलेज ने विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ भी एमओयू किया है। हाल ही मंे कॉलेज की पहली बैच रशिया की साउथ फ्रेड्रल यूनिवर्सिटी गई है। पत्रकार परिषद में मैकैनिकल विभाग प्रमुख डॉ. चंद्रहास हांडा व अन्य शिक्षकों की उपस्थिति थी