हंगामा मचने के बाद चिकित्सकों ने किया फीमेल डॉग का आपरेशन
छिंदवाड़ा हंगामा मचने के बाद चिकित्सकों ने किया फीमेल डॉग का आपरेशन
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिला पशु चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं के खिलाफ मचे हंगामे के बाद आखिरकार प्रबंधन ने दवाओं का इंतजाम कर बीमार डॉग का आपरेशन शुरु किया। इस घटना के बाद खुलासा हुआ है कि बीते एक साल से गंभीर बीमारियों व शल्यचिकित्सा में उपयोग होने वाली दवाओं की सप्लाई अस्पताल में नहीं की गई।
जानकारी अनुसार मंगलवार दोपहर छोटा बाजार निवासी गौसेवक विक्की सोनी फीमेल डॉग का उपचार कराने पशु चिकित्सालय पहुंचे थे। उनके डाग को बे्रस्ट कैंसर है, बीते तीन माह से यहां उपचार चल रहा था। एक बार कीमो थेरेपी भी यहां दी जा चुकी है। मंगलवार को जब वे अपनी डागी का उपचार कराने पहुंचे तो चिकित्सकों ने दवाओं की उपलब्धता नहीं होने का हवाला देकर नागपुर में उपचार कराने की सलाह दी। दवाएं और संसाधन की कमी पर जब विरोध शुरु हुआ तो प्रबंधन ने तत्काल दवाओं की व्यवस्था कर उपचार शुरु कर दिया।
एक साल से नहीं है जरूरी दवाएं
विभागीय सूत्रों की माने तो बीते एक साल से इंजेक्शन, ड्रिप समेत १२ तरह की दवाओं की डिमांड सिविल सर्जन द्वारा उप संचालक को भेजी गई हैं। इन दवाओं के लिए विभागीय सप्लाई अब तक नहीं की गई है। ऐसे में पार्वो जैसी गंभीर बीमारी व शल्य चिकित्सा में उपयोगी बेहोशी के इंजेक्शन व ड्रिप भी शामिल हैं। इन दवाओं की उपलब्धता या सप्लाई की अनुमति नहीं होने पर वैकल्पिक दवाओं की मांग भी की गई है।
पीडि़त पशुपालक का आरोप, आम आदमी को करते हैं परेशान
पीडि़त पशु पालक विक्की सोनी का कहना है कि पहले तो चिकित्सकों ने दवाई नहीं होने का हवाला देकर लौटा दिया। विरोध जताया तो व्यवस्थाएं बन गई। ऐसे में आम आदमी यदि यहां अपने पशुओं का उपचार कराने आते हैं तो उन्हें ऐसे ही लौटा दिया जाता है। उप संचालक श्री पक्षवार से शिकायत करने पर चिकित्सकों ने तत्काल व्यवस्थाएं बनाई।
इनका कहना है
जिन दवाइयों की डिमांड भेजी गई है, वे सरकारी सप्लाई में शामिल नहीं है। पीडि़त पशु पालक की शिकायत मिलने पर प्रबंधन को तत्काल उपचार करने के निर्देश दिए गए थे। देर शाम तक डॉग का सफल ऑपरेशन भी कराया गया है।
-डॉ एचजीएस पक्षवार, उप संचालक पशुपालन