चोर ने चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा कि सोचने पर मजबूर हो गए लोग, मूर्ति भी वापस कर गया
चोर ने चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा कि सोचने पर मजबूर हो गए लोग, मूर्ति भी वापस कर गया
डिजिटल डेस्क, नरसिंहपुर। यहां अंधविश्वास में पड़कर एक युवक ने जैन मंदिर से एक मूर्ति चोरी की किंतु जब उसका मंसूबा पूरा नहीं हुआ तो वह बीती रात मंदिर के सामने मूर्ति छोड़कर चला गया। इस अनोखे चोर को पुलिस तलाश कर रही है पर अभी तक कोई सूत्र हाथ नहीं लगा है। आधुनिकता के इस दौर में भी अंध विश्वास और टोना-टोटका को मानने वालों की कोई कमी नहीं है। इसके कई उदाहरण सामने आते है। इसकी ताजा बानगी गोटेगांव थानान्तर्गत आने वाले ग्राम झांसीघाट खमरिया में देखने मिली जहां दो दिन पूर्व चोरी हुई दिगंबर जैन मंदिर अज्ञात चोर मंदिर में एक पत्र के साथ छोड़ गये। छोड़े गये पत्र में लिखा है कि मूर्ति की चोरी छुपा हुआ खजाना प्राप्त करने के लिये तांत्रिक के कहने पर की गई थी, लेकिन खजाना न मिलने के कारण वापस लौटा रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि झांसीघाट खमरिया के पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर से शनिवार की रात्रि में अष्टधातु की एक प्रतिमा चोरी हो गई थी। इसकी शिकायत के बाद पुलिस लगातार चोरों का सुराग लगाने की कोशिश कर रही थी। इसी बीच सोमवार को सुबह कुछ लोग मंदिर में पूजन एवं दर्शन के लिये पहुंचे तो मंदिर के दरवाजे पर उन्हें एक बोरी दिखाई दी। लोगों ने बोरी खोलकर देखी तो उसके अंदर थैले में चोरी गई मूर्ति मिली। साथ में एक पत्र मिला जिसमें मूर्ति चोरी करने और उसे वापस लौटाने का कारण लिखा था।
यह लिखा है पत्र में
पत्र में लिखा है की एक तांत्रिक ने कहा था की जैन धर्म की मूर्ती से खजाना निकल सकता है जिसको सुनकर उसने कई जगहों पर जाकर एक दिन के लिए मूर्ती मांगी लेकिन किसी ने उसे मूर्त नहीं दी इसलिए वह मंदिर से मूर्त चोरी करके ले गया था, लेकिन जब मूर्त से कुछ हासिल नहीं हुआ तो वह मूर्ती को बोरी में डालकर वापिस मंदिर के गेट पर रखकर जा रहा है।
पुलिस को दी सूचना
मंदिर आये लोगों ने पूरी चिट्ठी पढ़ी और पुलिस को सूचना दी ओर फिर पुलिस ने नरसिंहपुर से एक बार फिर छानबीन के लिए डाग स्क्वाड को बुलाया जिसके बाद डाग की मदद से आरोपी का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास सफल नहीं हो सका।
इनका कहना है
आरोपी मूर्ती को बोरी में रखकर छोड़ गया है और उसमें चिट्ठी भी डाल गया। पुलिस ने पंचनामा बना कर चिट्ठी व बोरी को जब्त किया है ओर मूर्ती को मंदिर ट्रस्ट को सुपुर्द किया है। मामले की जांच जारी है, आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पीएस बालरे एसडीओपी गोटेगांव