दहेज लोभियों को दुल्हन ने सिखाया सबक, वापस लौटाई बारात

दहेज लोभियों को दुल्हन ने सिखाया सबक, वापस लौटाई बारात

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-19 13:54 GMT
दहेज लोभियों को दुल्हन ने सिखाया सबक, वापस लौटाई बारात

डिजिटल डेस्क, करेली। शिक्षा और जागरुकता ने अब ग्रामीण अंचलों में भी महिलाओं को अबला से सबला बना दिया है। इसका उदाहरण करेली के समीपस्थ ग्राम मोहद में देखने मिला जहां एक दुल्हन ने दहेज लोभियों को बिना शादी के ही वापिस भेज दिया। वधु पक्ष ने विवाह की सारी तैयारी कर ली, घर में मण्डप लगा मेहमानों की आमद हो चुकी, परंतु दहेज लोभियों को सबक सिखाने दुल्हन ने सामाजिक बुराई का डटकर सामना करते हुए लोक लज्जा से हटकर जीवन का महत्वपूर्ण फैसला लिया।

दुल्हन ने लौटायी बारात
मोहद के परमलाल जाटव एक मजदूर हैं बड़ी मेहनत और कर्ज लेकर वह अपनी बिटिया कलावती का विवाह कर रहे थे। अपनी हैसियत अनुसार शादी का खर्च और दहेज का सामान भी जोड़ लिया था। लड़की की शादी के कारण घर निर्माण कार्य भी अधूरा छोड़ दिया था। ऐसे में दहेज लोभियों द्वारा मण्डप में मोटरसाकिल की मांग ने मजदूर परिवार को शादी तोड़ बारात वापिस करने मजबूर कर दिया। 18 जून शाम करीब लगभग 6-7 बजे करेली से आयी बारात की हुड़दंग और दहेज की मांग से दुल्हन ने घर आयी बारात वापिस भेज दिया।

दहेज मांग पर बेरंग लौटी बारात
मेहद के परमलाल जाटव के घर में एक हफ्ते से शादी की तैयारियां चल रही थी। सारे मेहमान रिश्तेदार भी शादी मे सम्मिलित हो गए थे, परन्तु अचानक आयी गाड़ी की मांग को सुनकर गरीब मजदूर की बेटी कलावती ने इसका विरोध करते हुए निवेदन के साथ शादी करने से मना कर दिया। जिसके बाद बारातियों और दुल्हे ने इसका विरोध कर झगड़ा भी किया, लेकिन रिश्तेदारों ग्रामीणों की मौजूदगी ने बारातियों को बिना दुल्हन के ही भेज दिया। बाद में वधुपक्ष द्वारा इसकी शिकायत आमगांव पुलिस चौकी में भी की गई।

परिवार ने बताई आपबीती
दुल्हन के जीजा नन्हे जाटव ने बताया कि दहेज की मांग के कारण दुल्हन ने बारात वापिस भेज दी। वहीं दुल्हन के भाई अरविन्द जाटव ने बताया कि लगातार दूल्हा और बाराती किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा कर रहे थे खाने और सत्कार में भी झड़प होते होते रुक गई थी। दुल्हन के पिता परमलाल ने बताया कि सुबह की बारात शाम को लगी उसमें भी ज्यादातर लोग नशे में धुत थे। अनुरोध निवेदन की परवाह भी बाराती नहीं कर रहे थे। बारात वापिस जाने से खाना सहित अन्य खर्च जरुर हो गया, परन्तु बेटी का जीवन बर्बाद होने से बच गया। दुल्हन की मां सावित्री बाई ने बताया कि समय रहते सच्चाई सामने आ गई बाद में इन दहेज लोभियों के बीच मेरी लड़की कैसे रह पाती।

इनका कहना है।
मजदूर पिता ने गरीब परिस्थिति में जैसे तैसे तो विवाह की तैयारी कर दहेज का सामान जोड़ा था, ऐसे में मोटरसाकिल कहां से देते इसलिए मैने शादी करने से मना कर बारात वापिस भेज दी।
कलावती जाटव दुल्हन

आमगांव पुलिस चौकी में दुल्हन और उसके परिजन शिकायत करने आए थे। दोनों पक्षों को समझाईश भी दी है पूरा मामला दिखवा लेते है।
आरएस झारिया, प्रभारी टीआई, करेली

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