अंधेरा होते ही जल जाएगा बल्ब, 20 साल के पवन विश्वकर्मा का नया आविष्कार
अंधेरा होते ही जल जाएगा बल्ब, 20 साल के पवन विश्वकर्मा का नया आविष्कार
डिजिटल डेस्क दमोह। घर के उपयोग आने वाले सामान्य से उपकरणों पर हमारा ध्यान जरुरत के समय ही होता है और कई बार हम उसे अपनी सुविधा के चलते और वेहतर होने की कल्पना भी करते है लेकिन इस कल्पना को पूरा नहीं कर पाते लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जो अपने ज्ञान और कल्पनाशीलता की मदद से हर उपकरण को और वेहतर बना देते है जिससे लोगों का जीवन और आसान हो जाता है।
ऐसी ही एक प्रतिभा है जिले के जबेरा ब्लाक के ग्राम चिलौद में रहने वाले 20 वर्षीय पवन पुत्र हेमराज विश्वकर्मा जो अपने अनोखे अविष्कारों से लोगों के बीच चर्चित रहते है। वर्तमान में आईटीआई जबलपुर में अध्यन कर रहा यह गरीव परिस्थिति का छात्र हमेशा कुछ नए उपकरण बनाने की फिराक में रहता है और उसके द्वारा तैयार की जाने वाले उपकरणों को देखकर लोग भी हैरान रह जाते है।
एलईडी बल्व को भूज जाईए बंद व चालू करना
हमेशा से ही विद्युत उपकरणों में कुछ नया करने का प्रयास करने वाला पवन इन दिनों एलईडी बल्व व रिमोट लाईन टेस्टर को बनाया है। उसके द्वारा सामान्य एलईडी बल्व में फेरबदल कर उसे सेंसर युक्त कर दिया गया है जिससे यह एलईडी बल्व प्रकाश की जरुरत के अनुसार खुद ही बंद व चालू हो जाता है जिससे न लोगों को इसे चालू बंद करने की जरुरत होती है और न इसके दिन में भी जलने से बिजली बर्बाद होने का खतरा नहीं होता। पवन बताते है कि एलईडी बल्व में फेरबदल कर उसे इस लायक बनाने में करीब 50 रुपए का ही खर्चा आता है जिससे यह सेंसर य़ुक्त होकर और उपयोगी हो जाती है। वहीं इनके द्वारा तैयार दूसरा उपकरण है रिमोट लाईन टेस्टर जो कि घर में रखे सामान्य से कार टेप के रिमोट को इस लायक बना दिया है जिससे किसी भी उपकरण में हो रहे करंट प्रवाह का दूर से ही पता लगाया जा सकता है और इस उपकरण से बंद तारों के अंदर प्रवाहित करंट का भी पता लगाया जा सकता है जिससे यदि कोई लाईन बीच से टूट जाए और वाहर से नजर ना आए तो उसका भी पता लगाया जा सकता है।
वहीं पवन अपने इस लाईन टैस्टर को और वेहतर बनाकर इसे इस लायक बनाना चाहते है जिससे लाईन में प्रवाहित हो रहे करंट का वोल्टेज भी पता लगाया जा सके।
कला विषय में की है पढ़ाई
पवन के इन उपकरणों को सोचकर लोग यह अंदाजा लगाते है कि वह सांईस विषय के कोई होनहार छात्र होगें जो विज्ञान की जानकारी होने पर यह सब कर पाते है लेकिन हकीकत यह है कि पवन कला विषय के छात्र है और वह अपने उत्सुकता और कुछ नया करने की सोच के चलते यह उपकरण बना पाते है। वहीं उनकेे द्वारा पूर्व में भी बनाया गया कंट्रोल बाक्स व सेंसर युक्त सिक्योरिटी गन भी बनाई गई थी। यह गन किसी भी खतरे को भांपकर खुद ही फायर कर सकने में सक्षम थी। अपनी इस उपयोगिता के चलते यह बंदूक कई सुरक्षा संस्थानों के उपयोग में आ सकती है।