ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 20 लोग घायल, 10 गंभीर
ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 20 लोग घायल, 10 गंभीर
डिजिटल डेस्क करेली/नरङ्क्षसहपुर । जबलपुर भोपाल रोड से हीरापुरा गुरुगुफा मार्ग पर भागवत सुनने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्राली पलट जाने से उसमें बैठे लोग बुरी तरह घायल हो गये प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम अमोदा से कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर के न्यूटल होने से वह लुढ़क गया और अनियंत्रित होकर घाट से नीचे की ओर पलट गया। घटना में करीब 20 लोग घायल हो गये जिनमें गंभीर रूप से घायल हो गए जिनमें से 6 को जिला चिकित्सालय तथा 5 को जबलपुर रेफर किया गया है। जानकारी अनुसार ट्रैक्टर ट्राली में करीब 50 लोग सवार थे।
मची अफरा-तफरी अस्पताल का माहौल हुआ मार्मिक
इस दुर्घटनाके बाद घायल मरीजों से जहां अस्पताल में चीख पुकार मच गई। वहीं स्थानीय और स्वयं सेवकों ने आगे बढ़कर लोगों की मदद की। इसी बीच घटना में गंभीर रुप से घायल हक्की बाई और गेंदा बाई को सीधे जबलपुर भेजा गया जबकि उनकी पुत्री नर्मदी मां को करेली अस्पताल मे ंतलाशती रोती बिलखती दिखी घटना में सभी घायल यह बता नही पा रहे थे कि कितने घायल है और किसे कहां भेजा गया है। अफरा तफरी में एकबार फिर अकस्मिक और स्वास्थ्य सुविधाऐं लोगो के लिए परेशानी का कारण बनी।
15 में से 6 जिला अस्पताल, 5 जबलपुर पहुंचे
घटना के तुरंत बाद ही स्थानीयों और प्रत्यक्षदर्शियों ने डॉयल 100 और 108 को सूचना भेजी जिसके बाद घायलों को करेली नरसिंहपुर और जबलपुर इलाज के लिए भेजा गया। घटना में महिलाये और बच्चे सबसे ज्यादा चपेट में आये घटना स्थल से ही करीब 5 लोगों को सीधे ही जबलपुर ले जाया गया। वहीं कुछ घायलों को करेली स्वास्थ्य केद्र में उपचार के लिए लाया गया जिनमें महेशनाथ उम्र 45 वर्ष, बीरेंद मल्लाह 8 वर्ष, छोटी बाई मल्लाह 30 वर्ष, हेमलता मल्लाह 30 वर्ष, सुषमा मल्लाह 20 वर्ष, गुलशन मल्लाह 40 वर्ष, नर्मदी मल्लाह 5 वर्ष, लक्ष्मी बाई मल्लाह 30 वर्ष शामिल है वही घटना में गंभीर घायलो को उपचार के बाद नरसिंहपुर रिफर किये गये में नीतेश मल्लाह 6 वर्ष, सुरेंद्र ठाकुर 10 वर्ष, अरुण मल्लाह 6 वर्ष सुरेंद्र मल्लाह 8 वर्ष, प्रीति नाथ 20 वर्ष, सावित्री बाई मल्लाह 15 वर्ष शामिल है।
फिर दिखी अव्यवस्था, एंबुलेस में लगाते रहे धक्का
घटना के बाद प्रशासन का घटना स्थल पर न पहुचना, आकस्मिक वाहन को दूरी अधिक होने के कारण मरीजों को उपचार न मिलने वाली देरी और अस्पताल प्रबंधन के लाचार प्रबंध से चिकित्सा व्यवस्था पर करोडो ंखर्च के बाद भीसुविधा उपलब्ध न होने के सवाल खडे कर दिये जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केद्र एक बार फिर रिफर सेंटर दिखा और आकस्मिक सुविधा वाले वाहन के साथ बीमार व्यवस्थाओं के साथ अस्पताल में कर्मियों की कमी भी साफ दिखाई दी। जहां स्वयं सेवकों स्थानीय लोगों ने स्टेचर से मरीजों को उतारा चढाया तो वही वाहन को धक्का देके चालू कराया।घायल महेंश ने बताया कि भागवत सुनने जाते समय टेक्टर पलटने से यह दुर्घटना घटी है। घाट पर टेक्टर अचानक न्यूटल हो गया वही घटना के बाद टेक्टर चालक मौके से भाग गया।