खास जानकारी: डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम पर कार्यशाला, विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव

  • स्टार्टअप्स कंपनियों के साथ साझा अनुभव
  • डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम पर रखी गई कार्यशाला
  • एलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) का कार्यक्रम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-14 14:40 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. एलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) के एसोसिएट डायरेक्टर प्रतीक जैन ने कहा कि ज्ञान ही प्रगति की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि डिजिटल डेटा संरक्षण अधिनियम पर आयोजित हो रही कार्यशाला स्टार्टअप्स को विकसित हो रहे कानूनी परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए जरूरी जानकारियों के साथ सशक्त करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। 

जैन ने यह बात आईआईटी, दिल्ली में ‘स्टार्टअप्स के लिए कानून

डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम का परिचय’ विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एडीआईएफ में हम डिजिटल व्यवसाय को आगे प्रेरित करने वाला सहयोगी वातावरण के विकास और भारत के गतिशील डिजिटल अर्थतंत्र में उनकी वृद्धि को लेकर हमेशा वचनबद्ध रहे हैं। बता दें कि वर्ष 2020 में स्थापित एडीआईएफ एक निर्णायक उद्योग संगठन के रूप में भारत के डिजिटल स्टार्टअप्स के हितों के लिए काम करता है। 

पूर्व सचिव अजय साहनी ने रखी अपनी बात

कार्यशाला में केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के पूर्व सचिव अजय प्रकाश साहनी ने ‘डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम का परिचय’ विषय पर अपने विचार रखे तो ‘स्टार्टअप्स के लिए डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम’ विषय पर मीडियानामा के संस्थापक निखिल पाहवा और लीगल एलएलपी के पार्टनर अबीर रॉय ने अधिनियम के निर्दिष्ट निहितार्थों पर प्रकाश डाला।

भारत सरकार के वैज्ञानिक दीपक गोयल और वैज्ञानिक विकास चौरसिया, फन टू डू लैब्स के संस्थापक सौरभ जैन, भारत मैट्रिमोनी के सीईओ मुरूगावेल जानकीरमण, डेटा ग्रुप के संस्थापक अजय दाता और शीरोज के सीईओ सैरी चहल ने भी डेटा संरक्षण अधिनियम पर वहां मौजूद उद्यमियों के साथ अपने अनुभव साझे किए।

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