आकांक्षी जिलों के दो लाख आंगनबाड़ी केंद्र वर्ष 2025-26 तक होंगे उन्नत
- आकांक्षी जिलों के दो लाख आंगनबाड़ी केंद्र 26 तक होंगे उन्नत
- महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी का बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने कहा है कि वर्ष 2025-26 तक आकांक्षी जिलों में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार करके उन्हें उन्नत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सक्षम आंगनवाडी और पोषण 2.0 (मिशन पोषण 2.0) के तहत इन वर्षों तक प्रति वर्ष 40,000 आंगनवाडी केंद्रों की दर से 2 लाख को सक्षम आंगनवाड़ी के रूप में उन्नत किया जाएगा।
रामटेक से सांसद कृपाल तुमाने ने आंगनवाडी सेविकाओं और सहायिकाओं को मानदेय के भुगतान को लेकर लोकसभा में सवाल पूछा था। इसके लिखित जवाब में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने यह जानकारी दी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय पर मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं (एडब्ल्यूडब्ल्यू) और सहायिकाओं (एडब्ल्यूएच) की स्थितियों में सुधार के लिए मुख्य आंगनबाड़ी केंद्रों में एडब्ल्यूडब्ल्यू का मानदेय रुपये 3000 से बढ़ाकर 4500 रुपये और लघु केंद्रो पर 2250 से 3500 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। जबकि लघु केंद्रो में एडब्ल्यूडब्ल्यू का 2250 से बढाकर 3500 रुपये और एडब्ल्यूएच का 1500 से बढाकर 2250 रुपये प्रति माह कर दिया है। इसके अलावा कार्य के निष्पादन से जुड़े प्रोत्साहन के तौर पर एडब्ल्यूएच को प्रति माह 250 रुपये और एडब्ल्यूडब्ल्यू को 500 रुपये देने का प्रावधान किया गया है।
कोविड-19 के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मृत्यु के संबंध में आंकड़ों की जानकारी मांगने पर मंत्री ने यह उपलब्ध तो नहीं कराए, लेकिन बताया कि 12 जुलाई 2023 तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कुल 38 दावों का निपटान किया गया और 50,00,000 प्रति दावे की दर से 19,00,00,000 की राशि का भुगतान किया गया। मंत्री के मुताबिक वर्तमान में देश भर में कुल 12,93,448 आंगनवाडी सेविका और 11,64,178 आंगनवाडी सहायिकाएं काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र में इनकी संख्या क्रमश: 93,513 और 80902 है।