नई क्रांति: छात्रों की पढ़ाई में आमूल बदलाव लाने तैयार हैं टेकबुक, दावा - 2028 तक हजारों स्कूल अपना लेंगे

  • 2028 तक देश के 5,000 स्कूल अपना लेंगे टेकबुक
  • छात्रों की पढ़ाई में आमूल बदलाव लाने तैयार हैं टेकबुक
  • पारंपरिक पाठ्यपुस्तक-आधारित शिक्षा में व्यापक बदलाव

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-10 14:54 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्कूल एडटेक कंपनी लीड ग्रुप ने मंगलवार को ‘टेकबुक’ लॉन्च की है, जो पारंपरिक पाठ्यपुस्तक-आधारित शिक्षा में व्यापक बदलाव लाने के लिए तैयार किया गया इंटेलीजेंट बुक है। टेकबुक आज स्कूली छात्रों की पठन-पाठन से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए तीन अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और एनसीएफ के अनुकूल पाठ्यक्रम लेकर आया है। लीड ग्रुप के सह संस्थापक और सीईओ सुमित मेहता ने कहा कि सदियों से पाठ्यपुस्तकों की कक्षा में पढ़ाई के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जबकि एआई और एआर/वीआर ने दुनिया भर में उद्योगों में व्यक्तिगत जरूरत के अनुरूप मल्टी-मॉडल और गेमीफाइड अनुभवों की ओर बढ़ने में मदद की है। टेकबुक टेक्नोलॉजी, शिक्षा शास्त्र और पाठ्यक्रम पर किए गए सालों के शोध का एक क्रांतिकारी परिणाम है और यह छात्रों के पठन-पाठन के तरीके को हमेशा के लिए बदल दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्ष 2028 तक भारत के शीर्ष 5,000 स्कूल टेकबुक को अपना लेंगे। इससे देश भर की कक्षाओं में व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप संवादपरक पठन-पाठन आम बात हो जाएगी। मेहता ने कहा कि टेकबुक विज्ञान और गणित जैसे विषयों को एआरआई (ऑगमेंटेड रियलिटी इंस्ट्रक्टर) के साथ जीवंत बनाता है, जिससे छात्र 3डी तरीके से विषयों को सीख सकते हैं।


व्यक्तिगत जरूरत के अनुरूप अभ्यास

पीआईई (पर्सनलाइज्ड इंटरैक्टिव एक्सरसाइज) के साथ छात्रों को विभिन्न किस्त के एक्सरसाइज मिलते हैं, जिन्हें अपनी जरूरत के अनुरूप ढाला जा सकता है। इसलिए छात्र अपनी गति से विषयों में महारत हासिल कर सकते हैं, जिससे वे मजेदार तरीके से निरंतर सीख सकते हैं। सुमित ने कहा कि पहले साल टेकबुक देश के शीर्ष 400 इनोवेटर स्कूलों के लिए ‘केवल आमंत्रण’ पर उपलब्ध होंगे। हम पठन-पाठन में एक नया मानक स्थापित करना चाहते हैं और दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत स्कूलों में एआई और टेक्नोलॉजी को छात्रों को केन्द्र में रखते हुए शिक्षकों की सहायता कने के मामले में आगे है। ग्रुप की सह मुख्य कार्यकारी स्मिता देवरा ने कहा कि पाठ्यपुस्तक को हाथ में लेकर छूकर देखने के अनुभव को टेक्नोलॉजी की ताकत और गहन शोध वाली शैक्षणिक सामग्री के साथ जोड़कर हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर छात्र को उच्च गुणवत्ता, व्यक्तिगत शिक्षा तक पहुंच मिले। 

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