जागरूकता पर जोर: रिथ-जलवायु शिखर सम्मेलन में जुटे 45 एफपीओ के प्रतिनिधि
- कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने किसानों की जागरूकता पर दिया जोर
- रिथ-जलवायु शिखर सम्मेलन में जुटे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में रिथ-जलवायु शिखर सम्मेलन ’23 के पहले संस्करण का आयोजन किया गया, जिसमें मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों के 45 विविध किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) ने शिरकत की। बायर फाउंडेशन इंडिया और आर्य.एजी द्वारा आयोजित इस शिखर सम्मेलन में केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव फ्रैंकलिन खोबुंग की विशेष मौजूदगी रही।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के कृषि एवं विपणान विभाग के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुधीर गोयल ने कहा कि कृषि विस्तार सेवाओं को मजबूत करके जलवायु-लचीली कृषि को अपनाने के महत्व के बारे में किसानों की जागरूकता को बढ़ाया जा सकता है। आर्य.एजी के सीईओ प्रसन्ना राव ने कहा कि पूरे भारत के उद्योग जगत के नेताओं, विशेषज्ञों और विविध एफपीओ को एकजुट करके हमारा लक्ष्य बाजार आधारित पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर टिकाऊ कृषि प्रथाओं को प्रोत्साहित करने पर एक परिवर्तनकारी संवाद को उत्प्रेरित करना है। यूएनडीपी में सतत और समावेशी विकास के प्रमुख अमित कुमार ने कहा कि किसानों को बदलाव अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने में सरकार द्वारा संचालित नीतिगत पहल शामिल हो सकती है, जो एफपीओ को कार्यशील पूंजी प्रदान करेगी। बायर फाउंडेशन की निदेशक सरिता बहल ने कहा कि हमारी साझा पहल हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।