सलाह और चिन्ता: रामनाथ कोविंद ने कहा - डीपफेक पूरी दुनिया के लिए बन चुका है बड़ी चुनौती

  • फेक न्यूज और गलत सूचनाएं पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती
  • जानबूझकर गलत सूचना फैलाने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग
  • गलत सूचनाओं के प्रसार के खिलाफ लड़ाई लड़ें

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-10 14:46 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ‘डीपफेक’, फेक न्यूज और गलत सूचनाएं पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है। आज कोई भी जानबूझकर गलत सूचना फैलाने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) जैसे संस्थानों से पढ़ाई करने वाले पत्रकारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह फेक न्यूज और गलत सूचनाओं के प्रसार के खिलाफ लड़ाई लड़ें। कोविंद ने यह बात प्रगति मैंदान के भारत मंडपम में आईआईएमसी के 55वें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जनसंचार के शिक्षण और प्रशिक्षण के क्षेत्र में आईआईएमसी की पहचान ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के तौर पर है।

उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप अपने करियर की शुरूआत एक पत्रकार और मीडिया प्रोफेशनल के रूप में उस दौर में कर रहे हैं, जब तकनीक तेजी से विकसित हो रही है। इसलिए हम सभी को नई तकनीकों के संभावित दुरूपयोग से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2047 तक हमारे सपनों का विकसित राष्ट्र बनाने की शक्ति आप लोगों के हाथ में है। इस अवसर पर आईआईएमसी के चेयरमैन आर जगन्नाथन, महानिदेशक डॉ अनुपमा भटनागर सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

दीक्षा समारोह में वर्ष 2021-22 और 2022-23 बैच के विद्यार्थियों (आइआइएमसी दिल्ली और क्षेत्रीय केंद्रों ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू) को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा सर्टिफिकेट वितरित किए गए। इसके अलावा, दोनों बैचों के 65 विद्यार्थियों को भी अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस मौके पर कोविंद ने कहा कि जनसंचार के शिक्षण और प्रशिक्षण के क्षेत्र में आइआइएमसी की पहचान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर है। यहां के विद्यार्थियों का पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार और मीडिया प्रोफेशनल के रूप में उस दौर में कर रहे हैं, जब तकनीक तेजी से विकसित हो रही है। इसलिए हम सभी को नई तकनीकों के संभावित दुरुपयोग से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। 

क्या है डीपफेक

साइबर क्राइम के क्षेत्र में फेक यानी नकली वीडियो के बढ़ते खतरे को देखते हुए न सिर्फ नेशनल बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी खासी चिंता व्यक्त की गई है। इसमें ऐसे- ऐसे टूल्स का इस्तेमाल हो रहा है, जिसे बिना सोचे-समझे इस्तेमाल करना ठीक नहीं। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने पहले ही डीप फेक वीडियो में चिंताजनक वृद्धि का खुलासा करते हुए चेतावनी जारी की थी।


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