पहल: पुरी ने कहा - परंपरागत निर्माण गतिविधियों में पर्यावरण अनुकूल उपाय जरूरी
- इमारतों को कार्बन मुक्त करने की जुगत
- शुरू हुई नेट जीरो बिल्डिंग्स पहल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए पारंपरिक निर्माण गतिविधियों में पर्यावरण अनुकूल उपायों को शामिल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में निर्मित बुनियादी ढांचा वैश्विक ऊर्जा से संबंधित 40 प्रतिशत उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार है। पुरी ने यह बात महिंद्रा समूह और जॉनसन कंट्रोल्स द्वारा शुद्ध रूप से शून्य उत्सर्जन के साथ भवन निर्माण पहल पेश किए जाने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिंन्द्रा समूह और जॉनसन कंट्रोल्स का यह सहयोग विकास के निम्न कार्बन वाले मार्ग की दिशा में भारत सरकार के प्रयासों का समर्थन करने के लिए निर्माण उद्योग के इरादे को स्पष्ट करता है। उन्होंने कहा कि निर्मित बुनियादी ढांचा आज वैश्विक ऊर्जा संबंधी 40 प्रतिशत उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार है और भारत के शहरों में अधिकांश निर्मित वातावरण का निर्माण अभी बाकी है। इस लिहाज से यह जरूरी है कि हम निर्मित पर्यावरण के जीवन चक्र मंे सस्टेनेबिलिटी और क्लाइमेट रेजिलिएन्स को एकीकृत करें।
इस अवसर पर महिंद्रा समूह के ग्रुप एक्जीक्यूटिव बोर्ड मेंबर अबंती शंकरनारायणन ने कहा कि हम एक सस्टेनेबल फ्यूचर में तेजी लाने में सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका को भी समझते हैं। इसलिए हमने अपनी सीख और बेहतर प्रथाओं को सभी के साथ साझा करने के लिए नेट जीरो बिल्डिंग समाधानों में अग्रणी जॉनसन कंट्रोल्स के साथ हाथ मिलाया है। उन्होंने कहा कि देश में 20 प्रतिशत उत्सर्जन और 30 प्रतिशत से अधिक ऊर्जा खपत के लिए इस क्षेत्र का योगदान होने के कारण स्मार्ट और टिकाऊ इमारतों में परिवर्तन दरअसल पर्यावरण और आर्थिक लहजा से अनिवार्य बनता जा रहा है। जॉनसन कंट्रोल्स के चेयरमैन जॉर्ज ओलिवर ने कहा कि भारत भवन निर्माण क्रांति के शिखर पर है और अब भारत की अर्थव्यवस्था और समाज के लिए स्मार्ट और हरित इमारतों के लाभों को साकार करने का समय आ गया है। यह साझेदारी भारत और उसके बाहर भी अधिक टिकाऊ निर्मित वातावरण की दिशा में एक आंदोलन को मार्गदर्शन प्रदान करने और आगे बढ़न के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि नेट जीरो बिल्डिंग्स पहल में एक लागत-मुक्त, ऑल-इन-वन टूलकिट और प्रशिक्षण शामिल है।