मोदी की गारंटी: प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की
- दूसरों से उम्मीद खत्म होती है
- वहीं से मोदी की गारंटी शुरू हो जाती है
- भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने महिला किसान ड्रोन केन्द्र का शुभारंभ भी किया। साथ ही एम्स, देवघर में 10,000वें जन औषधि केन्द्र का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को 15 दिन पूरे हो रहे हैं, अब इसने गति पकड़ ली है। लोगों के स्नेह व भागीदारी को देखते हुए इसका नाम ‘विकास रथ’ से बदलकर ‘मोदी की गारंटी वाली गाड़ी’ कर दिया गया है। मोदी की गारंटी गाड़ी’ अब तक 12,000 से अधिक ग्राम पंचायतों तक पहुंच चुकी है, जहां लगभग 30 लाख नागरिक इससे जुड़ चुके हैं। प्रधानमंत्री कहा कि हरेक गांव का प्रत्येक व्यक्ति विकास का अर्थ समझता है। यह यात्रा सरकारी पहल से सार्वजनिक आंदोलन में बदल गई है। नए-पुराने लाभार्थियों और यात्रा से जुड़े लोगों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए मोदी ने उनसे नमो ऐप पर ऐसी तस्वीरें व वीडियो अपलोड करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि युवा विकसित भारत संकल्प यात्रा के राजदूत बन गए हैं। भारत अब अजेय है। ये भारत के लोग ही हैं, जिन्होंने इसे एक विकसित राष्ट्र बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने हाल ही के त्योहारी सीजन में ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जहां पर दूसरों से उम्मीद खत्म हो जाती है, वहीं से मोदी की गारंटी शुरू हो जाती है। विकसित भारत का संकल्प मोदी या किसी सरकार का नहीं है, यह सभी को विकास के पथ पर साथ लेकर चलने का संकल्प है। विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य सरकारी योजनाओं और लाभ को उन लोगों तक पहुंचाना है, जो पीछे रह गए हैं।
2014 के बाद देश को आगे बढ़ाने का जज्बा दिखा : तोमर
गाजियाबाद के कार्यक्रम में उपस्थित केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि आजादी के बाद अनेक प्रधानमंत्रियों ने देश का कामकाज चलाया, लेकिन 2014 में जब प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी ने कामकाज संभाला, तब से देश को आगे बढ़ाने का जज्बा, पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता, गरीबों के प्रति संवेदनशीलता के लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है।