सहारा इंडिया की सहकारी सोसाइटियों में करोड़ों निवेशकों के फंसे पैसों का जल्द भुगतान होगा शुरु
- करोड़ों निवेशकों के फंसे पैसों का जल्द भुगतान होगा शुरु
- सहारा इंडिया की सहकारी सोसाइटियों में करोड़ों निवेशक फंसे
- वैध दावे प्रस्तुत करने के लिए मंगलवार को लॉन्च होगा ऑनलाइन पोर्टल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने सहारा इंडिया की सहकारी सोसाइटियों में करोडों निवेशकों के वर्षों से फंसे हजारों करोड़ रूपये के भुगतान को लेकर पहल शुरू कर दी है। सहकारिता मंत्रालय ने वास्तविक जमाकर्ताओं द्वारा वैध दावे प्रस्तुत करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया है, जिसे सहकारिता मंत्री अमित शाह मंगलवार को लॉन्च करेंगे। वैध जमाकर्ताओं को केंद्रीय पंजीयक–सहारा रिफंड पोर्टल पर अपने दावों को प्रस्तुत करना होगा। अपनी उचित पहचान एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद ही उनकी जमा राशि और दावों के मिलान के बाद उनके बैंक खातों में जमा होगी। सहारा सेबी रिफंड खाते में अभी निवेशकों के 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक जमा है। सहकारिता मंत्रालय की पहल पर सुप्रीम कोर्ट ने 29 मार्च 2023 को इनमें से 5000 करोड़ रुपये सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (सीआरसीएस) को हस्तांतरित किए जाने का निर्देश दिया है।
चार सोसायटियों में हुआ है निवेश
सहारा समूह की जिन चार सहकारी समितियों में निवेश हुआ है, उनमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टिपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड शामिल है। सबसे ज्यादा निवेश क्रेडिट कोऑपरेटिव और स्टार्स मल्टिपर्पज कोऑपरेटिव हुआ है। केंद्रीय रजिस्ट्रार (सहकारी समितियां) कार्यालय के पास उपलब्ध जानकारी के मुताबिक इन सोसायटियों में निवेशकों के 86 हजार 673 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं।