मांग: ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं को भी मिले आरक्षण - ओवैसी
- सरकार सिर्फ सवर्ण महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है
- ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं को भी मिले आरक्षण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के विरोध में वोट डालने वाले एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि इस विधेयक के माध्यम से सरकार सिर्फ सवर्ण महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) और मुस्लिम समाज की महिलाओं को भी आरक्षण दिलाने के पक्ष में है। बुधवार को लोकसभा में पारित हुए ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े थे। विरोध में पड़े ये दो वोट एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील के थे। जलील औरंगाबाद से सांसद हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वे महिला आरक्षण विधेयक के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं को भी आरक्षण दिलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में ओबीसी की आबादी 50 प्रतिशत से ज्यादा है, लेकिन लोकसभा में इनका प्रतिनिधित्व 22 प्रतिशत है। भारत में मुस्लिम महिलाओं की आबादी 7 प्रतिशत है, लेकिन लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व सिर्फ 0.9 प्रतिशत है। ओवैसी ने कहा कि यह विधेयक सिर्फ सवर्ण महिलाओं को आरक्षण देगा। उन्होंने पूछा कि आखिर ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण कब मिलेगा?