New Delhi News: युवाओं के साथ स्वच्छता अभियान में शामिल हुए प्रधानमंत्री, बच्चों को सिखाया मंत्र
- मैं अपने आसपास गंदगी नहीं करूंगा का मंत्र सिखाया
- युवाओं के साथ स्वच्छता अभियान
- कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी
New Delhi News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को राजधानी में युवा स्कूली बच्चों के साथ स्वच्छता अभियान में शामिल हुए और स्वच्छ भारत अभियान के 10 वर्ष पूरे होने पर उनसे बातचीत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पहले अधिकांश लोग खुले में शौच करने के लिए मजबूर थे, जिसके कारण कई तरह की बीमारियां फैलती थीं और यह महिलाओं के लिए बेहद नुकसानदेह था। प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत सबसे पहले कदम उठाए गए, इसके अंतर्गत स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग शौचालय बनाए गए, जिससे उनके स्कूल छोड़ने की दर में भारी कमी आई। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर भी छात्रों से बातचीत की। उन्होंने एक डिस्प्ले बोर्ड पर गांधी जी के चश्मे की ओर इशारा किया और बच्चों को बताया कि गांधी जी इस बात पर नजर रखते थे कि सफाई है या नहीं। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने जीवन भर स्वच्छता के लिए काम किया। एक किस्सा साझा करते हुए मोदी ने कहा कि जब महात्मा गांधी को आजादी और सफाई के बीच विकल्प दिया गया तो उन्होंने आजादी के बजाय सफाई को चुना क्योंकि वे सफाई को हर चीज से ज्यादा महत्व देते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सफाई किसी एक व्यक्ति या एक परिवार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह तब तक चलने वाली प्रक्रिया है, जब तक व्यक्ति जीवित है। उन्होंने छात्रों से ‘मैं अपने आसपास गंदगी नहीं करूंगा’ के मंत्र को अपनाने की अपील की।
देश सेवा की प्रेरणा देता है गांधी और शास्त्री का जीवन : बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर संसद भवन परिसर में प्रेरणा स्थल पर स्वच्छता अभियान का नेतृत्व किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जीवन हम सभी को निस्वार्थ भाव से देश की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करता है। महात्मा गांधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और नैतिकता के सिद्धांतों के साथ स्वतंत्रता के लिए किए गए जन आंदोलन से न केवल भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, बल्कि इन्हीं सिद्धांतों से अन्य देशों को भी शांति और विकास की दिशा में मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलती रही है।