समय से पहले लोकसभा चुनाव के आसार कम
- लोकसभा चुनाव के आसार कम
- कम आसार हैं समय से पहले
- राममय माहौल के बीच चुनाव में जाएगी भाजपा
- जनवरी में होनी है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. अचानक संसद का विशेष सत्र बुलाने की मोदी सरकार की घोषणा के बाद इस बात की अटकलें लगाई जा रही है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकता है। लेकिन सूत्रों की मानें तो जल्द चुनाव के आसार कम है। माना जा राह है कि सरकार संसद के विशेष सत्र में यूसीसी, महिला आरक्षण, एक देश एक चुनाव जैसे कुछ अहम विधेयकों को पेश और पारित करके अपनी एक अलग छवि बनाने की जुगत में है।
स्पष्ट है कि ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल विपक्षी पार्टियां जहां आपसी मतभेद भुलाकर मोदी हटाओ अभियान में जुटी हैं, तो वहीं सत्ताधारी भाजपा अपनी विकासपरक छवि बनाकर 2024 में विपक्ष का खेल बिगाड़ने की तैयारी में है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यूसीसी, महिला आरक्षण, एक देश-एक चुनाव जैसे विधेयकों को संसद से पारित कराकर अनुकूल माहौल बनाने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही अगले वर्ष जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर का शुभारंभ पार्टी के लिए एक बड़ा एजेंडा है।
जनवरी में होनी है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
समय-पूर्व चुनाव की संभावना को इसलिए भी खारिज किया जा रहा है क्योंकि अयोध्या में भव्य राममंदिर का शुभारंभ अगले वर्ष 14 जनवरी के बाद होना है। भाजपा नेता का मानना है कि अयोध्या में 15 से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में जो राममय माहौल तैयार होगा, वह किसी भी अन्य बड़े निर्णयों के मुकाबले कहीं ज्यादा प्रभावी होगा। ऐसे में फरवरी से पहले चुनाव में जाने की संभावना कतई नहीं है। उक्त नेता ने बताया कि पार्टी के लिए समय से पहले चुनाव कराने का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने समय से पहले लोकसभा चुनाव कराने का फैसला किया था, लेकिन तब पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। ऐसे में सियासी जानकार समय से पहले चुनाव कराने की थ्योरी काे खारिज कर रहे हैं।