ऑटिज्म स्कूल का उद्घाटन: विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करना जरूरी - उपराष्ट्रपति
- बच्चे को ऑटिज्म की चुनौती का सामना करना पड़ता है
- उसे सहायता की आवश्यकता होती है
- उपराष्ट्रपति का बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करने के लिए सभी को एक साथ मिलकर प्रयास करने चाहिए ताकि वे समाज में समावेशन की भावना हासिल कर सकें। उन्होंने ऐसे बच्चों के लिए एक ऐसे भविष्य बनाने की भी अपील की, जहां हम उनके जीवन को सुरक्षित और सार्थक बना सकें। उपराष्ट्रपति यहां हिगाशी ऑटिज्म स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह मां ही है, जो विशेष जरूरतों वाले बच्चों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए हर सुविधा का त्याग करते हुए सभी जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेती है। इसलिए उन्होंने पुरूष वर्ग से अपने जीवनसाथी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का आह्वान किया, जब बच्चे को ऑटिज्म की चुनौती का सामना करना पड़ता है और उसे सहायता की आवश्यकता होती है। उन्होंने चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने साथी को अकेला न छोड़ने के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उन्हें छोड़ना मानवता से मुंह मोड़ना माना जाएगा।