यह पात्र होंगे: वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और अन्वेषकों को सम्मानित करने के लिए सरकार ने की राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की स्थापना

  • राष्ट्रीय पुरस्कारों की एक श्रेणी राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की स्थापना
  • भारतीय मूल के लोग भी इस पुरस्कार के पात्र होंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-21 14:31 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कारों की एक श्रेणी राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की स्थापना की है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक होगा। इसका उद्देश विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और अन्वेषकों द्वारा व्यक्तिगत रूप से या टीमों में किए गए उल्लेखनीय और प्रेरणादायी योगदान को मान्यता देना है। सरकारी, निजी क्षेत्र के संगठनों में काम करने वाले वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और अन्वेषकों या किसी भी संगठन के अलावा इतर काम करने वाले व्यक्ति, जिसने विज्ञान, प्रौद्योगिकी या प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार के किसी भी क्षेत्र में अग्रणी अनुसंधान या नवाचार या अविष्कार के संदर्भ में विशिष्ट योगदान दिया हो, वे पुरस्कार प्राप्त करने के पात्र होंगे। विदेश में रहकर भारतीय समुदायों या समाज को लाभ पहुंचाने में असाधारण योगदान देने वाले भारतीय मूल के लोग भी इस पुरस्कार के पात्र होंगे।

यह पुरस्कार चार श्रेणियों में दिया जाएगा, इसमें विज्ञान रत्न (वीआर), विज्ञान श्री (वीएस), विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) और विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार शामिल है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 क्षेत्रों में प्रदान किया जाएगा। पुरस्कारों की इस श्रेणी के लिए नामांकन हर साल 14 जनवरी को आमंत्रित किए जाएंगे और 28 फरवरी (राष्ट्रीय विज्ञान दिवस) तक नामांकन खुले रहेंगे। इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल 11 मई (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) को की जाएगी। सभी श्रेणियों के पुरस्कार 23 अगस्त ( राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस) के मौके पर प्रदान किए जाएंगे।

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