सरकार ने किसानों के लिए उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक की व्यवस्था की है - शाह
- पैक्स के माध्यम से बने एफपीओ किसानों को बनाएंगे समृद्ध
- शाह का बयान
- सरकार ने किसानों के लिए उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक की व्यवस्था की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने पैक्स से बने किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से किसानों के लिए उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक की पूरी व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि किसानों को समृद्ध बनाने की सबसे अधिक क्षमता पैक्स के माध्यम से बने एफपीओ में है।
शाह ने यह बात यहां सहकारिता क्षेत्र में एफपीओ विषय पर राष्ट्रीय महासंगोष्ठी-2023 का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पैक्स अगर एफपीओ है तो पैक्स के सभी किसानों के पास एफपीओ का मुनाफा पहुंचेगा। पैक्स अगर एफपीओ बनना चाहते हैं तो एनसीडीसी उन्हें मदद कर सकता है और इसके लिए कोई सीमा नहीं है। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुपालन और मत्स्यपालन एक तरह से देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और इन्हें मजबूत करने का मतलब देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि अगर मैन्युफैक्चरिंग के द्वारा जीडीपी बढ़ती है तो रोजगार के आंकड़े इतने नहीं बढ़ते, लेकिन अगर सहकारिता को माध्यम से कृषि, पशुपालन और मत्स्यपालन को मजबूत करते हैं तो जीडीपी के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
अमित शाह ने कहा कि सरकार और सहकारिता क्षेत्र की जिम्मेदारी है कि कृषि के साथ जुड़े हुए सभी लोगों का जीवन उतना ही सुविधाजनक हो, जितना सेवा क्षेत्र से जुड़े लोगों का है। उन्होंने कहा कि एफपीओ की कल्पना 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी के समय योगेन्द्र अलघ समिति ने की थी। जब नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने एफपीओ के सुझाव को अमल में लाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि इनपुट से लेकिर आउटपुट तक, मैन्युफैक्चरिंग से लेकर प्रोसेसिंग और ग्रेडिंग तक की पूरी व्यवस्था एफपीओ के तहत हो जाए, ऐसा कॉन्सेप्ट प्रधानमंत्री मोदी लेकर आए हैं।