बढ़ता आक्रोश: विभिन्न राज्यों के किसानों ने शुरू किया दिल्ली की तरफ कूच, बड़े आंदोलन की तैयारी
- एमएसपी की गारंटी को लेकर आंदोलन
- किसानों का आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा
- शुरू किया दिल्ली की तरफ कूच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर आंदोलित किसानों का आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। हालांकि, हरियाणा-पंजाब के किसानों को राज्यों की सीमा पर ही रोक रखा है, लेकिन सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों से भी किसानों ने किसान आंदोलन के तहत दिल्ली की तरफ कूच करना शुरू कर दिया है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि पहले 6 मार्च को दिल्ली में विरोध मार्च के आयोजन का ऐलान किया गया था। इसमें हरियाणा, पंजाब के अलावा अन्य राज्यों के किसान भी शामिल होने वाले थे, लेकिन विभिन्न राज्यों से आने वाले किसान आज दिल्ली नहीं पहुंच पाए। पंढेर ने कहा कि मध्य प्रदेश, बिहार, दक्षिण भारत सहित अन्य राज्यों के किसान सड़क या ट्रेन से आ रहे है। उनके दिल्ली पहुंचने में 2-3 दिन लगेंगे, इसलिए स्थिति अब 10 मार्च तक साफ हो जाएगी।
दूसरी तरफ किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। राष्ट्रीय राजधानी के सभी बॉर्डर्स पर पुलिस ने निगरानी बढ़ाने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है। दिल्ली में कई जगहों पर धारा-144 भी लागू कर दी गई है। केंद्र सरकार ने 15 मार्च तक दिल्ली में किसी को कोई प्रदर्शन करने पर रोक लगाई है।
किसान पीछे मुड़ने को तैयार नहीं
उधर पंजाब के शंभू बॉर्डर पर सान नेताओं ने साफ कर दिया है कि किसान पीछे मुड़ने को तैयार नहीं, दिल्ली पहुंचकर ही दम लेंगे। किसान नेता लगातार मंच से सरकार की किसानों के प्रति कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि छह मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर तो पक्का मोर्चा लगा रहेगा, मगर अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे। आंदोलन के संबंध में संयुक्त किसान मोर्चा से सहमति बनी है, जिसे जल्द ही मोर्चा पदाधिकारियों संग बैठक कर अंतिम रूप दिया जाएगा। इससे पहले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने चुनाव न लड़ने की शर्त मानने से इंकार कर दिया है।