शिक्षा मंत्री ने मेटा के साथ 3 साल की साझेदारी शुरू की
भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने मिलेगी मदद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सोमवार को यहां शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और मेटा के बीच 3 साल की साझेदारी ‘शिक्षा से उद्यमिता: छात्रों, शिक्षकों और उद्यमियों की एक पीढ़ी सशक्तिकरण’ की शुरूआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई पहल भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने और हमारी अमृत पीढ़ी को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए है।
प्रधान ने कहा कि ‘एजुकेशन टू एंटरप्रेन्योरशिप’ साझेदारी एक गेमचेंजर है, जो डिजिटल स्किलिंग को जमीनी स्तर तक ले जाएगी। यह हमारे प्रतिभा पूल की क्षमताओं का निर्माण करेगा, छात्रों, युवाओं, कार्यबल और सूक्ष्म उद्यमियों को भविष्य की प्रौद्योगिकियों के साथ सहजता से जोड़ेगा और हमारी अमृत पीढ़ी को नए युग के समस्या समाधानकर्त्ताओं और उद्यमियों में बदल देगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सिद्धांतों से प्रेरित होकर एनआईईएसबीयूडी, सीबीएसई और एआईसीटीई के साथ मेटा की साझेदारी हमारी आबादी को महत्वपूर्ण डिजिटल कौशल से लैस करने और सूक्ष्म उद्यमियों और छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने के लिए अनंत संभावनाओं को उत्प्रेरित करेगी।