शिक्षा ही विकास और समानता का वाहक है- ओम बिरला
- इग्नू परिसर में बाबासाहेब की प्रतिमा का किया अनावरण
- शिक्षा ही विकास और समानता का वाहक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बाबासाहेब भीमराव अांबेडकर को एक दूरदर्शी नेता बताते हुए कहा कि उन्होंने देश के संविधान के निर्माण में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि समानता और न्याय के आदर्श, जो भारतीय लोकतंत्र को लगातार मजबूत करते हैं, बाबासाहेब के दिल के सबसे करीब थे।
बिरला ने यह बात शनिवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), नई दिल्ली परिसर में बाबासाहेब आंबेडकर की एक प्रतिमा का अनावरण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आजादी की शुरूआत में हमारे संविधान निर्माताओं के सामने चुनौतियां बहुत बड़ी थीं। भारत न केवल आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ा था, बल्कि साक्षरता का स्तर भी बहुत कम था। यह मानते हुए कि शिखा और सामाजिक न्याय नवोदित लोकतंत्र की प्रगति के लिए सर्वोपरि हैं, बाबासाहेब ने लोगों के जीवन में उनके महत्व पर जोर दिया। बिरला ने कहा कि बाबासाहेब ने शिक्षा को एक सामाजिक क्रांति के रूप में देखा था। शिक्षा को कौशल विकास के साथ जोड़ने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि कौशल विकास के साथ शिक्षा छात्रों के जीवन में व्यापक सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाएगी।