खुलासा: डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों में वर्ष 2022-23 में हुई दोगुनी बढ़ोतरी
- डिजिटल धोखाधड़ी के मामले
- वर्ष 2022-23 में दोगुना बढ़े
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कार्डों और इंटरनेट आधारित भुगतान डिजिटल विधियों का उपयोग करके की जाने वाली डिजिटल धोखाधड़ी के मामलों में दोगुनी वृद्धि हुई है। केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बताया कि वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान क्रमश: 3596 और 6659 मामले घटित हुए है। हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि यह आंकडे रिपोर्ट की गई धोखाधड़ी की संख्या के मुकाबले ज्यादा हो सकते है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत कराड ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा है कि इन वर्षों के दौरान रिपोर्ट की गई डिजिटल धोखाधड़ी (1 लाख रुपए और उससे अधिक) की संख्या के मुकाबले उसी अवधि के दौरान डिजिटल भुगतान लेनदेन की संख्या में वृद्धि भी काफी अधिक है।
वर्तमान बैंकिंग प्रणाली घोखेबाजों की पहचान करने और धन वापस प्राप्त करने में असमर्थ होने के बारे में पूछे सवाल पर केंद्रीय मंत्री कराड ने कहा कि पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था राज्य का विषय है। राज्य अपनी एजेंसियों के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी सहित अपराधों की रोकथाम करने, पता लगाने, जांच और अभियोजन के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है। केंद्र सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत परामर्श और वित्तीय सहायता के माध्यम से राज्य सरकारों के प्रयासों में सहायता करती है। सांसद संजय राऊत के डिजिटल धोखाधड़ी को लेकर पूछे सवाल के जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री ने राज्यसभा में यह जानकारी दी।