नांदेड सहकारी बैंक का मामला: फर्जी एटीएम कार्ड तैयार करके लूटे करोडों रुपए, पीएमओ ने लिया संज्ञान, जांच के आदेश
- फर्जी एटीएम कार्ड किए तैयार
- लूटे करोडों रुपए
- पीएमओ ने लिया संज्ञान
- फर्जी एटीएम कार्ड तैयार करके किसानों के लूटे करोडों रुपए
- पीएमओ ने लिया संज्ञान, दिए जांच के आदेश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. नांदेड जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की 63 शाखाओं में फर्जी एटीएम कार्ड तैयार करके हजारों किसानों के बैंक खातों से करोडों रुपये निकालकर रकम हड़पने का मामला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) पहुंच गया है। इस मामले में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के महाराष्ट्र प्रदेश संगठक विजय सोनवणे द्वारा भेजी गई शिकायत का संज्ञान लेते हुए पीएमओ ने संबंधित विभाग के उप सचिव को इस मामले की जांच करने को कहा है।
पीएमओ को भेजी गई शिकायत के मुताबिक नांदेड जिले के किसानों को फसल नुकसान की भरपाई देने के लिए मुआवजे की राशि नांदेड जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की विभिन्न शाखाओं में जमा हुई थी। सहकारी बैंक की उमरी शाखा के तहत आने वाले गांव की एक महिला किसान निशा सोनवणे के खाते में मुआवजे के रूप में 19,800 रुपये जमा हुए थे। लेकिन यह महिला किसान जब उमरी शाखा में पहुंची तो पता चला की उनके नाम से फर्जी एटीएम कार्ड बनाकर यह राशि निकाल ली गई। इस संबंध में पुलिस में मामला दर्ज कराने के बाद उमरी बैंक शाखा के प्रबंधक एसडी राजपुत को बैंक सेवा से निलंबित कर दिया गया है, लेकिन जब मामले की और जांच पड़ताल करने तथा आरटीआई से मांगी जानकारी के आधार पर पता चला है कि नांदेड जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की 63 शाखाओं में से हजारों किसानों के फर्जी एटीएम कार्ड बनाकर सरकार और किसानों को करोडों रूपये का चुना लगाया गया है।
सोनवणे ने शिकायत में कहा कि एटीएम कार्ड पाने के लिए किसानों को लिखित आवेदन, पैन कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक आदि की पूर्ति और संबंधित किसान की पूरी जांच पड़ताल के बाद तथा एटीएम कार्ड रजिस्टर में एंट्री करने के उपरांत ही बैंक प्रबंधक एटीएम कार्ड और गोपनीय पीन का पैकेट किसान को मुहैया करते है। लेकिन जांच में पता चला है कि ऐसे एटीएम कार्ड उन किसानों के भी तैयार किए गए जिनकी मूत्यु हुई है, कई किसान अपने मुआवजे की रकम लेने ही नहीं गए। सोनवणे ने प्रधानमंत्री से मांग की थी कि सभी शाखाओं द्वारा किसानों को उनके हस्ताक्षर लेकर ही एटीएम कार्ड जारी किए या नहीं? इसकी जांच कर फर्जी एटीएम कार्ड बनाकर किसानों के करोड़ों रुपये हड़पने के लिए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।