बेटी बचाओ अभियान का पैसा विज्ञापन पर हो रहा खर्च, देश में महिला पहलवान तक सुरक्षित नहीं हैं - खड़गे
- किसी महिला को नहीं मिली आरएसएस की कमान
- बेटी बचाओ अभियान का पैसा विज्ञापन पर हो रहा खर्च
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘महिला नेतृत्व वाले विकास’ को हकीकत से परे बताते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि आज महिलाएं हर जगह अपमानित हो रही हैं और यहां महिला पहलवान तक असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में महिलाओं के खिलाफ 3.1 लाख अपराध दर्ज हुए थे, जो 2021 में बढ़कर 4.3 लाख हो गए।
खड़गे ने यह बात गुरूवार को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के राष्ट्रीय सम्मेलन ‘प्रतिज्ञा- उज्ज्वल भारत की’ को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि देश में अगर औरतें अपमानित हैं, नासाज हैं तो यह कैसी आजादी है? उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की खूब बात होती है, लेकिन उसका 79 प्रतिशत धन विज्ञापनों पर खर्च होता है। वर्ष 2014 में भाजपा ने नारा दिया था ‘बहुत हुआ महिलाओं पर वार- अबकी बार मोदी सरकार’। पर कठुअा, उन्नाव, हाथरस, मणिपुर से लेकर तमाम हिस्सों में क्या-क्या घटा है, सभी जानते हैं। खड़गे ने कहा, ‘हम चुप हैं, लेकिन ये मत समझो कि हम सदा के लिए हारे हैं, राख के नीचे, अभी भी जल रहे अंगारे हैं’!
किसी महिला को नहीं मिली आरएसएस की कमान
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आरएसस प्रमुख मोहन भागवत महिलाओं को सिर्फ गृहणियों की भूमिका में रहने की बात करते हैं। लेकिन हमारा विचार इनसे अलग है। 1925 में गांधीजी के बाद सरोजिनी नायडू कांग्रेस अध्यक्ष बनी थीं। उसी साल आरएसएस का जन्म हुआ, लेकिन आज तक किसी महिला के हाथ में इसका नेतृत्व नहीं आया।