अगले 5 साल में अफ्रीकी देशों से आएंगे और 14 चीते
- अफ्रीकी देशों से आएंगे 14 चीते
- अगले 5 साल में बुलाए जाएंगे
- तीन शावकों सहित कुल 8 चीतों की हो चुकी है मृत्यु
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार अगले पांच वर्षों में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से और 12 से 14 चीते लाएगी। चीता लाने की प्रक्रिया चीतों की उपलब्धता और बसाए गए चीतों की स्थिति के मद्देनजर पूरी की जाएगी। यह जानकारी केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सोमवार को लोकसभा में दी।
चौबे ने बताया कि भारत में चीता बसाने संबंधी कार्ययोजना के मुताबिक पहले चरण (5 वर्ष) के लिए परियोजना की अनुमानित लागत 91.65 करोड़ रूपये है। उन्होंने सदन को बताया कि इस वर्ष मार्च से जुलाई के बीच कुल आठ चीतों की मौत हुई है। इसमें भारत में जन्मे 2 महीने की उम्र के 3 शावक भी शामिल हैं। जिन पांच चीतों की मृत्यु अब तक हुई है उनमें साशा, उदय, दक्ष, तेजस और सूरज का नाम शामिल है। इनमें तीन चीतों की मृत्यु का कारण ट्रॉमेटिक शॉक है, जबकि साशा गुर्दे की खराबी और उदय की मृत्यु कार्डियोपल्मोनरी विफलता के चलते हुई है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि चीतों की हो रही मौत के मद्देनजर उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वन अधिकारियों, चीता विशेषज्ञों और पशु चिकित्सकों की एक समर्पित टीम 24 घंटे चीतों की सुरक्षा के साथ साथ उनकी निगरानी और उचित पालन-पोषण का कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि अगले पांच वर्षों के दाैरान अफ्रीकी देशों से 12-14 चीते और लाने का प्रस्ताव है।